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अगस्त क्रांति केवल एक आंदोलन नहीं थी, यह भारतीय जनता की आत्मशक्ति का प्रतीक थी : कमांडिग ऑफिसर एनसीसी

Reported By : Pavan Jain Padmavat
Published : August 8, 2024 7:55 PM IST

अगस्त क्रांति दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम एवं प्रतियोगित

अगस्त क्रांति केवल एक आंदोलन नहीं थी, यह भारतीय जनता की आत्मशक्ति का प्रतीक थी : कमांडिग ऑफिसर एनसीसी
उदयपुर। केन्द्रीय संचार ब्यूरों, क्षेत्रीय कार्यालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार उदयपुर की ओर से अगस्त क्रांति दिवस के अवसर पर  गुरुवार को पीएम श्री राजकीय फतह उच्च माद्यमिक  विद्यालय के सभागार में जागरूकता कार्यक्रम और प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कमांडर शकील अहमद, कमांडिग ऑफिसर, नेवल यूनिट एनसीसी ने कहा की इस क्रांति ने हमें यह सिखाया कि जब हम एकजुट होकर किसी उद्देश्य के लिए खड़े होते हैं, तो कोई भी शक्ति हमें रोक नहीं सकती हैं । उन्होंने कहा की अगस्त क्रांति केवल एक आंदोलन नहीं थी, यह भारतीय जनता की आत्मशक्ति, उनके साहस और उनके आत्मसम्मान का प्रतीक थी । कार्यक्रम की अध्यक्षता हुए प्रधानाचार्य चेतन पानेरी ने कहा की अगस्त क्रांति  के दोरान गांधी जी ने भारत छोड़ो आंदोलन एवं करो या मरो के नारे दिए इन नारो ने जन-जन में जोश भर दिया और वे ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता पाने के लिए एकजुट हो गए । प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत करते हुए केन्द्रीय संचार ब्यूरो के सहायक निदेशक रामेश्वर लाल मीणा ने कहा कि अगस्त क्रांति की शुरुआत 8 अगस्त 1942 को हुई, जब महात्मा गांधी ने मुंबई के ग्वालिया टैंक मैदान में “भारत छोड़ो” का नारा दिया । उन्होंने कहा की आज, हम उस क्रांति की याद करते हुए, यह संकल्प लें कि हम अपने स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों के बलिदान को कभी नहीं भुलगे और उनके सपनों के भारत का निर्माण करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहेगे और अपने देश की आजादी और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहेंगे। इस अवसर पर उपरोक्त विषय पर मौखिक प्रशनोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गयी । प्रतियोगिता के विजेताओं को विभाग की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

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