डॉ. अंजू बेनीवाल और पवन जैन पदमावत की शिष्टाचार भेंट, सामाजिक मुद्दों पर हुआ विचार-विमर्श
उदयपुर । राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय, उदयपुर में प्रख्यात समाजशास्त्री डॉ. अंजू बेनीवाल और एंटी करप्शन एंड क्राइम कंट्रोल कमेटी के मीडिया सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन जैन पदमावत की शिष्टाचार भेंट संपन्न हुई। इस दौरान महिला सशक्तिकरण, शिक्षा सुधार, भ्रष्टाचार उन्मूलन और मीडिया की सामाजिक जिम्मेदारी जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया गया।
महिला सशक्तिकरण और शिक्षा सुधार पर विशेष जोर
डॉ. अंजू बेनीवाल ने चर्चा के दौरान कहा कि महिला सशक्तिकरण केवल एक विचार नहीं, बल्कि इसे वास्तविकता में बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वावलंबन ही वह आधार हैं, जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बना सकते हैं। महिला को मात्र शिक्षित नहीं बल्कि उसे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करना एवं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना आवश्यक है। इसके लिए शिक्षा पद्दति में परिवर्तन की आवश्यकता है मात्र किताबी ज्ञान से काम नहीं होगा उनके कौशल विकास पर बल देने की दिशा में कार्य करना होगा। एक सशक्त एवं जागरूक महिला ही एक सशक्त समाज एवं राष्ट्र का निमार्ण कर सकती है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार कर युवाओं को व्यावहारिक ज्ञान से जोड़ा जाए, ताकि वे समाज में सकारात्मक योगदान दे सकें।
मीडिया की भूमिका: निष्पक्ष पत्रकारिता से आएगा बदलाव
इस अवसर पर पवन जैन पदमावत ने मीडिया की शक्ति और उसके सामाजिक उत्तरदायित्व पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का उद्देश्य केवल समाचार देना नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता और सुधार लाने का माध्यम बनना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मीडिया को निष्पक्ष और निर्भीक रहकर जनता की आवाज को बुलंद करना होगा, ताकि भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई संभव हो सके।
भ्रष्टाचार उन्मूलन और सामाजिक सुधार के लिए संभावित योजनाएं
बैठक में यह चर्चा हुई कि भ्रष्टाचार और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जनजागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष अभियानों की शुरुआत की जानी चाहिए।
इस दौरान भविष्य में महिला सशक्तिकरण, शिक्षा सुधार और पारदर्शी प्रशासन को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन की संभावनाओं पर भी विचार किया गया।
सकारात्मक बदलाव की दिशा में सार्थक संवाद
यह शिष्टाचार भेंट केवल औपचारिक चर्चा नहीं थी, बल्कि समाज सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी थी। इस बैठक में व्यक्त किए गए विचार और प्रस्तावित योजनाएं समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक साबित हो सकती हैं।