इसरो के ऑनलाइन प्रोग्राम में पाठशाला द ग्लोबल स्कूल के बच्चों ने दिखाया दम
Hardoi भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने केंद्र इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग (IIRS) पर्यावरण अध्ययन के लिए रिमोट सेंसिंग और जीआईएस की उपयोगिता नामक पांच दिवसीय पाठ्यक्रम का आयोजन किया,
जिसमें पाठशाला द ग्लोबल स्कूल के कक्षा 10 के शिवम पटेल, आंचल पटेल व काजल पटेल ने प्रतिभाग किया।
पाठशाला द ग्लोबल स्कूल की प्रधानाचार्या डॉक्टर गार्गी श्रीवास्तव जी ने बताया कि आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, पाठ्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के बीच रिमोट सेंसिंग तकनीक और ग्रह पृथ्वी और उसके पर्यावरण के अध्ययन के लिए इसके उपयोग के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। उपग्रह डेटा और इमेज प्रोसेसिंग का उपयोग करने से छात्रों को पर्यावरण की गहराइयों को समझने में मदद मिलेगी।
साथ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार विद्यालय द्वारा लगातार ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है।
वैश्विक महामारी के दौरान लगातार ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से गतिविधि शिक्षण देने में विद्यालय अव्वल स्थान पर रहा है।
कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले विद्यार्थियों से जब उनके अनुभव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि विद्यालय के शिक्षक वैभव मिश्रा, मनीष सिंह और प्रियांशी तिवारी की देख रेख में विद्यार्थियों ने अपने 5 दिवसीय प्रशिक्षण को पूरा किया। इसरो का ये प्रोग्राम उनके लिए काफी रोचक, प्रभावशाली तथा उपयोगी रहा,इसके लिए उन्हें इसरो द्वारा प्रमाण पत्र भी दिया गया है।
बच्चों के अभिभावकों ने इस सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए बताया कि,इस ग्रामीण क्षेत्र के लिए ये अत्यंत गौरव की बात है।
साथ ही उन्होंने पाठशाला द ग्लोबल स्कूल की तारीफ करते हुए कहा कि स्कूल द्वारा सुचारू रूप से प्रतिदिन ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जा रही है।
उन्होंने स्कूल प्रबंधन तथा समस्त शिक्षकों को धन्यवाद भी व्यक्त किया जिनके परिश्रम के कारण ही ये संभव हो पाया।