अमृता हाट में खरीदारों का जमघट, ढाई लाख के हस्तनिर्मित उत्पादों की हुई बिक्री
जोधपुर । जोधपुर-पाली रोड स्थित अरबन हाट परिसर में चल रहे सात दिवसीय अमृता हाट में गुरुवार के दूसरे दिन गुरुवार को मेलार्थियों में भारी उत्साह दिखाई दिया तथा करीब ढाई लाख रुपये तक के हस्तनिर्मित उत्पादों की बिक्री हुई।
महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक फरसाराम विश्नोई ने बताया कि इस अमृता हाट में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित सामग्री के प्रदर्शन एवं विपणन के लिए राज्य के विभिन्न जिलों से स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों की लगभग 80 से ज्यादा स्टॉल्स लगाई गयी हैं। मेले में भाग लेने वाली स्वयं सहायता समूह सदस्याओं को विभाग की ओर से निःशुल्क स्टॉल्स, आवासीय व्यवस्था, भोजन एवं यात्रा भत्ता उपलब्ध करवाया जा रहा है।
इस अमृता हाट का समय प्रातः 10 बजे से रात्रि 9 बजे तक होगा, जिसमें प्रवेश व पार्किंग की व्यवस्था निःशुल्क है। मेले में प्रतिदिन एक व्यक्ति द्वारा न्यूनतम 300 रूपये तक के उत्पाद क्रय करने पर लक्की ड्रॉ की व्यवस्था है, जिसमें प्रतिदिन ड्रॉ के तीन लक्की विजेताओं को 500, 300 एवं 200 रुपये की निःशुल्क खरीदारी विभाग द्वारा करवाई जायेगी।
शुक्रवार को रूपनाथ एवं दल देगा मनोहारी प्रस्तुतियां
उन्होंने बताया कि मेले के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अन्तर्गत संगीत नाटक अकादमी जोधपुर के रूपनाथ एण्ड गु्रप द्वारा 3 फरवरी, शुक्रवार को शाम 6 से रात्रि 9 बजे तक प्रस्तुति दी जायेगी। कार्यक्रम के अंत में न्यूनतम 300 रुपये तक के उत्पाद क्रय करने वाले ग्राहकों के लक्की ड्रॉ कूपन निकाले जायेंगे।
इन उत्पादों की बिक्री और प्रदर्शन
उन्होंने बताया कि अमृता हाट में विभागीय महिला स्वयं सहायता समूहों व राजीविका द्वारा गठित महिला स्वयं सहायता समूहों, महिला आर्टिजन एवं एकल महिला उद्यमियों द्वारा निर्मित हैण्डीक्राफ्ट उत्पाद प्रदर्शित एवं बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। इनमें लाख की चूड़ियां, मोजड़ी, पेपरमेशी, आर्टिफिशियल फ्लोवर्स, टेराकोटा, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, वस्त्र उत्पादों में कशीदाकारी, चिकन जरी, पेचवर्क, एप्लिक वर्क, क्ले वर्क, पेंटिंग फेब्रिक, बातिक, काँच जड़ाई (मिरर वर्क), फैशन डिजाईनिंग, कुल्टिंग वर्क, हैण्ड ब्लॉक प्रिंट, पोशाकें, बंधेज सूट, वुडन क्राफ्ट, मार्बल की कलात्मक वस्तुएं आदि के हस्तनिर्मित उत्पाद, लहरियां, मोठड़ा, कोटा डोरियां की साड़ियां, सलवार सूट, कुर्ती, लहंगा, प्लाजो एवं आसन, लेदर की जूतियां, पर्स, जूट के बैग एवं पर्स, हर्बल साबुन, रोहट/सालावास की दरियां व चद्दरें, बाड़मेर की अजरख प्रिन्ट चद्दरें, कश्मीरी शॉल, स्टॉल्स, सूट, टॉप, पश्मीना शॉल, गुजराती सामान, देवी-देवताओं की पोशाकें, रेडिमेड कपड़े, सोजत की मेहन्दी, खाद्य उत्पादों में अथाना की मिर्ची का अचार, कैंडी अचार, मेलोशिप, आंवला सुपारी, आंवला के लड्डू, घी में बने बाजरे के लड्डू, बाजरे के कुरकुरे, बाजरे के बिस्किट, खिचिया, आंवला मुरब्बा, मसाले, पापड़, आम पापड़ मंगोड़ी, सूखी सब्जियां आदि उचित मूल्य पर उपलब्ध हैं। मेले में फूड कोर्ट की सुविधा भी है, जिसमें इडली-डोसा, पानी-पूड़ी, चाट-मसाला, पाव-भाजी, चाउमीन, डाबेली, दाल के पकौड़े, जूस, आईसक्रीम व अन्य चटपटे खाद्य पदार्थ उपलब्ध हैं।
उन्होंने नागरिकों से हाट आयोजन की अवधि के दौरान मेले में आकर महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए उनके द्वारा प्रदर्शित उत्पादों का क्रय कर उत्साह बढ़ाने का आह्वान किया है।