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जैनाचार्य श्री कामकुमारनंदी जी की हत्या से बड़नगर जैन समाज में आक्रोश व ज्ञापन दिया
मनीष टोंग्या
बड़नगर/मध्य प्रदेश । दक्षिण भारत के कर्नाटक में आचार्य श्री कामकुमारनंदी जी महाराज चिक्कोड़ी के पास हिरेकोड़ी में पिछले 15 वर्षो से त्याग तपस्या के साथ अहिंसा, शान्ति, मैत्री, सदाचार एवं शिक्षा का प्रचार प्रसार की प्रभावना कर रहे थे, 5 जुलाई को उनकी कुछ दानवी असमाजिक तत्वों ने अत्यंत क्रुरता पूर्वक कंरट देकर, टुकड़े- टुकड़े करके हत्या कर दी इस अमानवीय नृशंस क्रूर हत्या के विरोध स्वरूप बड़नगर जैन समाज एवं मुनि प्रशमसागर जी, मुनि साध्यसागर जी, मुनि संयतसागर जी, आर्यिका चिन्मयश्री माताजी, आर्यिका विप्रभमति माताजी, साध्वी डॉ प्रतिदर्शनाश्रीजी साध्वी रुचिदर्शना श्रीजी, श्रुतिदर्शना श्रीजी आदि ठाणा साघ्वी मंडल के मार्गदर्शन में मुनि संरक्षण धर्मसभा हुई, मुनि श्री प्रशमसागर जी ने कहा है कि वर्तमान आधुनिक युग में संत समुदाय ही है जो समाज पथ प्रदर्शित करता है अध्यात्म मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है संत का किसी से बैर या दुश्मनी नहीं होती वह तो सभी के कल्याण के लिए तत्पर रहते हैं और एकता मैत्री और भाईचारे की भावना हमेशा देते हैं, साध्वी प्रीतिदर्शना श्री जी महाराज सा ने कहा कि सामान्य प्राणी की हत्या से भी महा पाप लगता है फिर तो यह संत की हत्या है संत तो जन-जन के होते हैं अहिंसा और मैत्री का संदेश देते है एवं जिसमे शान्तिलाल गोखरू ने कहा संत समुदाय समाज की अतुल्य धरोहर है और हमें एक जुट होकर इसका प्रखर विरोध करना चाहिए, नगरपालिका अध्यक्ष अभय टोंग्या ने कहा जैन साधु किसी समाज या जाति के नही अपितु जन जन के लिए होते है, उनकी दृष्टि में प्रत्येक जीव में परमात्मा का नजरिया होता है अतः उनकी सुरक्षा व सरक्षण का दायित्व सिर्फ समाज का नही बल्कि देश व राज्यो की सरकारों का भी है, आए दिन कुछ गिरोहों द्वारा षड्यंत्र पूर्वक पद विहार संतो को सड़क मार्ग पर वाहनों से कुचल दिया जाता है, तो कही जगह उन पर अभद्र व्यवहार किया जाता है। मुनिश्री की हत्यारों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिजाए। एवं बाद में उन्होंने ज्ञापन का वाचन भी किया।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकारों से अपील करते है, कि जैन संत, जैन संस्कृति व जैनायतानों की सुरक्षा हेतु राजकीय बोर्ड कानून बनाए जाए। मुनिश्री संसघ एवं साघ्वी मंडल व समाजजन के सामने बड़नगर एसडीएम महोदय को ज्ञापन सौपा गया। और उन्होंने कहा मैं ज्ञापन संदेश को केंद्र व राज्य सरकार तक पहुंचाकर शीघ्र उचित कार्यवाही की मांग करुंगा। कार्यक्रम का संचालन शेलेश ओरा ने किया, आभार प्रवीण बिलाला ने माना।