सादगी से मनाया विधानसभा अध्यक्ष राजपुरोहित का जन्मदिन
समाजसेवा के कार्य के लिए सबसे पहले घर से शुरुआत करें :- राजपुरोहित
सिवाना :- विप्र सेना के विधानसभा अध्यक्ष व जीएस वेलफेयर फाऊंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कैलाश सिंह राजपुरोहित का 23 वां जन्मदिन शनिवार को कस्बे सहित विभिन्न जिलों में उत्साह के साथ मनाया। विप्र सेना के कार्यकर्ताओं , जनप्रतिनिधियों और आमजन ने राजपुरोहित का जन्मदिन मनाया ।
और सेवा कार्य कर उनकी दीर्घायु की कामना की। राजपुरोहित को जन्मदिन की बधाई देकर माल्यार्पण, बुके भेंट करने वालों का तांता लगा रहा। राजपुरोहित के जन्मदिन की खास बात यह रही कि जन्मदिन के अवसर पर मानव सेवा से जुड़े कार्य किए गए।
कैलाश सिंह राजपुरोहित ने भी अपने जन्मदिन को सादगी मानव सेवा को धर्म मानते हुए मनाया। सुबह अपने अााराध्य कुलगुरु व कुलदेवी की पूजा अर्चना कर उन्होंने अपने जन्मदिन का शुभारंभ किया। राजपुरोहित ने समाज की राजधानी श्री ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा मंदिर व श्री वैकुण्ठ धाम में पूजा अर्चना कर वेदांताचार्य डॉ ध्यानाराम जी महाराज से आशीर्वाद लिया!।
इसके बाद जीव दया गौशाला व मेली गौशाला में गायों को हरा चारा व गुड़ खिलाकर गौ सेवा की। इसके बाद राजपुरोहित राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे । यहां पर मरीजों को फल वितरण कर सड़क के किनारे पौधारोपण किए गए। इसके बाद कच्ची बस्तियों में मिठाइयों के पैकट वितरित विधालय में बच्चों को बिस्कुट वितरित किए गए! राजपुरोहित ने अपने जन्मदिन पर कहा कि सामाजिक कुरीतियों को हटाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। समाजसेवा के कार्य के लिए सबसे पहले घर से शुरुआत करें। माता-पिता की सेवा सबसे बड़ा धर्म है। समारोह स्थल पर जीवसिंह राजपुरोहित,गणपत सिंह राजपुरोहित, युवा नेता राजु सिंह सोढा़ लुदराडा , गणपत सुन्देशा,इन्द्र कुमार,जयप्रकाश ,तरूण सुन्देशा, जयप्रकाश दिनेश सुथार सहित कार्यकर्ताओं ने आगंतुकों का स्वागत किया।
यह रहें मौजूद –
युवा नेता उत्तम सिंह राजपुरोहित,गुमान सिंह सोढा़ शैतान सिंह केशरीया, भागीरथ सिंह, देवेन्द्र सिंह,प्रेम सिंह, चुन्नीलाल,दिनेश सुथार, भरत, करण खत्री, शक्ति सिंह, लालाराम चौधरी, गणपत सुन्देशा,
यशपाल, संदीप सहित युवा मौजूद रहें!
समाज सेवा के हुए कार्य
राजपुरोहित के जन्मदिन के अवसर पर सिवाना, घाणा, मेली, पीठ,धम्बोला,दोवडा, डाबेला, आसपुर, डुगरपुर,उदयपुर, बांसवाडा अजमेर, जौधपुर, सहित कई जगहों पर समाज सेवा के कार्य हुए।