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यूक्रेन के बूचा में नरसंहार की जानकारी सामने आने के बाद रूस-यूक्रेन विवाद में नए सवाल खड़े हो गए हैं। यूक्रेन ने जहां बूचा में नागरिकों की हत्याओं का जिम्मेदार रूसी सेना को बताया है वहीं रूस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गी लैवरोव ने कहा है कि बीते कुछ दिनों में जो शवों के वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं वो फर्जी हैं और उन्हें बनाया गया है। इसके साथ ही बूचा को लेकर रूस ने कई अन्य दावे भी किए हैं और यूक्रेन पर आरोप लगाए हैं।
बूचा में शवों को दिखाते वीडियो को बताया है फर्जी
कनाडा में रूस के दूतावास ने हाल ही में एक वीडियो जारी किया था। इसमें इस बात को खारिज किया गया है कि वीडियो में शव दिखाई दे रहे हैं। वीडियो के साथ रूसी दूतावास ने लिखा, ‘कीव के पास बूचा में नकली शवों को दिखाता फर्जी वीडियो’।
रूस का समर्थन करने वाले सोशल मीडिया अकाउंट से इस वीडियो का एक धीमा वर्जन पोस्ट किए जा रहे हैं। इसके साथ ही यह दावा भी किया जा रहा है कि जो शव इस वीडियो में दिखाई दे रहे हैं उनमें से एक शव का हाथ हिलता दिखाई दे रहा है।
‘कम से कम चार दिन बाद भी क्यों नहीं अकड़े शव’
इसके अलावा रूस के विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि कीव प्रशासन की ओर से जिन शवों की तस्वीरें जारी की जा रही हैं वह कम से कम चार दिन के बाद भी अकड़े नहीं हैं। मंत्रालय ने कहा है कि रूसी सेना ने 30 मार्च को इलाका छोड़ दिया था।
मौत के कुछ घंटों के बाद शव अकड़ना शुरू हो जाता है। रूसी विदेश मंत्रालय ने यह दावा भी किया है कि कथित शवों पर आम तौर पर दिखने वाले निशान नहीं दिख रहे हैं। रूस के अनुसार ये रूसी सेना को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है।
‘कोई स्थानीय नागरिक हिंसा का शिकार नहीं हुआ’
रूसी विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि जब बूचा रूस के नियंत्रण में था तब इस इलाके में एक भी स्थानीय नागरिक को किसी हिंसक कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ा। रूस का कहना है कि हमारी सेना ने नागरिकों के साथ कोई हिंसा नहीं की है।