दांतीसर में चार गौवंश लंपी स्कीन से संक्रमित , दो गौवंश की मौत।
कुराबड़ ब्लॉक के दांतीसर रोड़दा,खेड़ी में 30 गोवंश लंपी से संक्रमित।
कुराबड़ ।मेवल क्षेत्र के आसपास गांवों में गाय, बैल लंपी स्कीन बीमारी से शिकार तेजी से हो रहे हैं। ऐसे में 4 दांतीसर और दर्जन भर रोड़दा, 15 गौवंश खेड़ी में संक्रमण की पुष्टि हुई है।
दांतीसर ग्राम पंचायत के वाडा क्षेत्र में लंपी स्कीन डिजीज वायरस से रविवार को एक गाय और बैल की मौत हो गई।बताया गया की वाडा निवासी कल्याण सिंह पुत्र धूल सिंह रामावत के बाड़े में बंधा बैल करीब 5 दिन से लंपी से संक्रमित रहा, एक सप्ताह से खानपान नही कर रहा था।वायरस से इतना परेशान था की बैठ भी नही सकता था दूसरा मेघवाल बस्ती के मनोहर लाल पुत्र जेता मेघवाल की गाय भी लंपी से संक्रमित हुई , टीकाकरण कराने के बाद भी तोड़ा दम। मृत दोनो गौवंश को चारागाह भूमि में दफनाया गया। शुक्रवार को कुराबड़ नोडल अधिकारी वासुदेव मांडवकर के निर्देशन में डॉ. विपुल कुमार मीणा, लक्ष्मण लाल मीणा ने दांतीसर में तीन गाय, दो बैल समेत गौवंश का टीकाकरण करते हुए आइसोलेट सेंटर बनाकर सामान्य उपचार किया।लंपी वायरस रोकथाम हेतु सर्वप्रथम संक्रमित पशु दूसरे पशु से अलग रखे, पशु को चिचड़े की सफाई और मच्छर के प्रकोप को रोकने हेतु सुबह शाम नीम कपूर का धुआं करे। सरकार की दवाई नाम मात्र है इसलिए देशी उपाय पर ध्यान देने की जानकारी प्रदान की।
पंचायत स्तर पर भवन नही,पशुधन सहायक का पद रिक्त।
दांतीसर पंचायत के अंतर्गत खेड़ी व दांतीसर गांव में अभी तक पशु चिकित्सा केंद्र नही होने से ग्रामीण दूर दराज से पशु का ईलाज कराने हेतु पशुधन सहायक को दूर से बुलाना पड़ता है शिविर में विधायक प्रीति गजेंद्र सिंह शक्तावत ने ग्रामीणों को केंद्र खुलवाने का आश्वासन दिया था जो अब स्वीकृत हो गया है लेकिन भवन और पशुधन का पद रिक्त से ग्रामीणों की समस्या जस की तस बनी हुई है ऐसे में पशु के ईलाज में आ रही समस्याओं को दूर करने हेतु जल्द पशुधन सहायक को लगाने की मांग की।