विप्र फाउंडेशन के महाकुंभ में राजनीतिक चेतना की भरी हुंकार, की आरक्षण की मांग
माणकमल भंडारी
भीनमाल । विप्र फाउण्डेशन के जिला स्तर पर आयोजित महाकुंभ सम्मेलन में ब्राह्मण बंधुओं को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता देने के साथ राजनीतिक चेतना की हुंकार भी भरी गई ।
विप्र फाउंडेशन ने जन जाति उपयोजना क्षेत्र (टीएसपी) की तर्ज पर जालोर, सिरोही, पाली, सांचोर, बाड़मेर, बालोतरा और जैसलमेर आदि जिलों में निवासरत सामान्य वर्ग को भी सरकारी नौकरियों में विशेष आरक्षण देने की मांग की हैं, ताकि स्थानीय युवाओं को भर्ती में प्राथमिकता मिल सके।
विप्र फाउंडेशन ने देवस्थान विभाग की ओर से पुजारी पदों पर की गई भर्ती का विरोध करते हुए कहा कि पारंपरिक तरीके से जो व्यवस्था पहले चल रही थी, उसे बहाल किया जाए । मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से तत्काल प्रभाव से मुक्त किया जावे । इसके साथ ही फाउंडेशन ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण को दस से बढ़ाकर 15 प्रतिशत की पुरजोर शब्दों में मांग उठाई गई। महाकुंभ में लोकसभा व विधानसभा में अधिक प्रतिनिधित्व के लिए प्रमुख राजनीतिक दलों से अधिक टिकट की मांग भी उठी।
विप्र फाउंडेशन के हुए नवें विप्र महाकुंभ में ये मुद्दे प्रमुखता से छाए रहे।
खैरात नहीं, हमारा हक लेकर रहेंगे
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने तो यहां तक कह डाला कि इसके लिए सिर गिनाने पड़े तो भी पीछे नहीं हटेंगे। गौरव वल्लभ ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने की मांग की । उन्होंने इसे फिर से दोहराते हुए कहा कि ये हमारा हक है, इसके लिए लड़ना पड़े तो लड़ेंगे भी। उन्होंने लोकसभा व विधानसभा जैसी प्रमुख लोकतांत्रिक संस्थाओं में अधिक प्रतिनिधित्व की मांग उठाते हुए कहा कि ये हमारा अधिकार है, कोई खैरात नहीं मांग रहे हैं । चुनाव में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मतदान करने तक की अपील तक कर डाली। उन्होंने ब्राह्मणों के खिलाफ टिप्पणी करने वालों को भी ललकारा तथा कहा कि अब बर्दास्त नहीं करेंगे। किसी भी तरह के अपमान का मुंह तोड़ जबाव विप्र फाउंडेशन देगी। प्रतियोगी परीक्षाओं की मैरिट पर भी कांग्रेस प्रवक्ता ने जोर दिया।
ब्राह्मण समाज की नींव
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री भाजपा नेता राज के पुरोहित ने ब्राह्मणों को हिंदू समाज की नींव बताते हुए कहा कि नींव मजबूत होगी तभी पेड़ खड़ा रह सकेगा।
कल्ला ने मोबाइल से संबोधित किया
शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला जालोर आने के लिए वायुयान से अहमदाबाद तो पहुंच गए, लेकिन मौसम खराबी के कारण उनका हेलीकॉप्टर उड़ नहीं पाया। कल्ला ने मोबाइल से महाकुंभ को संबोधित कर विप्र बैंक की योजना का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने ईडब्ल्यूएस आरक्षण बढ़ाने की वकालत करते हुए पोस्टकार्ड अभियान चलाने का आव्हान किया। उन्होंने कुरूतियो को त्यागने की भी अपील की।
हरियाणा कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज ने विप्र बैंक में एक करोड़ एक लाख की एफ डी जमा कराने की घोषणा मोबाइल से की। वे भी कल्ला के साथ ही आने वाले थे, लेकिन मौसम की खराबी के कारण उन्हें भी अहमदाबाद में ही रुकना पड़ा। ओझा ने देवस्थान विभाग की ओर से पुजारी पद पर गैर ब्राह्मणों की नियुक्ति का भी पुरजोर विरोध किया।
विशेष आरक्षण दिलवाकर रहेंगे : ओझा
विप्र फाउंडेशन के संस्थापक सुशील ओझा ने विप्र महाकुंभ में उठे मुद्दों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि टीएसपी क्षेत्र में आरक्षित वर्ग को छोड़कर सामान्य सहित अन्य सभी वर्ग को 45 प्रतिशत आरक्षण लाभ दिया जा रहा हैं । तो उसी तर्ज पर जालोर, सिरोही, सांचोर, बाड़मेर, बालोतरा, जैसलमेर, पाली आदि जिलों के नौजवानों को विशेष आरक्षण प्रावधान कर समानता क्यों नहीं लाई जा सकती। युवाओं से जुड़ी इस मांग के लिए विप्र फाउंडेशन भी पूरा साथ एवं समर्थन देने को तैयार है । उन्होंने अधिक से अधिक ब्राह्मणों को विधानसभा में भेजने का भी आव्हान किया। लोकसभा के लिए भी कमर कस कर तैयार होने को कहा। ओझा ने क्षेत्र में शिक्षा की बड़ी अलख जगाने वाले स्वामी आत्मानंद सरस्वती के नाम से राष्ट्रीय पुरस्कार देने की भी मांग उठाई। उन्होंने विप्र फाउंडेशन के 14 वर्षों की यात्रा पर प्रकाश डालते हुए उदयपुर में स्वामी आत्मानंद सरस्वती के नाम से स्थापित विप्र लेक सिटी कॉलेज की 23 जुलाई को विधिवत शुरुआत की जानकारी दी।
पंचायत पालिकाओं में भी आरक्षण मिले
विप्र फाउंडेशन जोन 1 सी के प्रदेशाध्यक्ष छगनसिंह राजपुरोहित ने समारोह की अध्यक्षता में हुए अपने विचार व्यक्त किये । इस महाकुंभ में संस्था के संरक्षक एवम् विधायक धर्मनारायण जोशी ने पंचायत पालिकाओं में भी आरक्षण, देवस्थान अधीन मंदिरों को मुक्त करने आदि मांगे रखी । पूर्व विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित, जोधपुर के पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच सहित अनेक प्रबुद्ध जन मौजूद थे।
मिला संत आशीर्वाद
पथमेड़ा महाराज गो ऋषि स्वामी दत्तशरणानंद महाराज ने विप्र फाउंडेशन की गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए लोगों से गो सेवा का आह्वान किया। जाति व्यवहार के लिए बनी जातिवाद के लिए नहीं। पुजारी ब्राह्मण ही होने चाहिए। नहीं तो धर्म की क्षति होगी। देव उपासना पद्धति में बदलाव भयंकर अहित का कारण बन सकती है । उन्होंने गाय और ब्राह्मण दोनों को एक ही कुल का बताया। पथमेड़ा महाराज ने राजनीति में ब्राह्मणों को अधिक प्रतिनिधित्व का भी समर्थन किया तथा कहा कि संगठित समाज होगा तो सभी बाते मानी जायेगी। ब्राह्मण ही राष्ट्र हैं। दंडी स्वामी कलिंद्री मठ वाले देवानंद सरस्वती भी आशीर्वाद देने पहुंचे। डॉ हर्षा त्रिवेदी का सम्मान इस अवसर पर हाल ही विप्र फाउंडेशन द्वारा नवगठित इंडियन सोसायटी फॉर परशुराम कोंसियसनेस की संयोजक डॉ हर्षा त्रिवेदी का सम्मान भी किया गया।
इनकी भी रही गरिमामय उपस्थिति
विप्र महाकुंभ में विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्यनारायण श्रीमाली, मुख्य राष्ट्रीय संगठक श्रीकिशन जोशी, विप्र वाहिनी प्रमुख चंद्रकांता राजपुरोहित, राष्ट्रीय सचिव प्रमोद पालीवाल, नवीन जोशी, विक्की के के. के. शर्मा, राजीव कश्यप, डॉक्टर रवि शर्मा, उमेश तिवाड़ी, डॉक्टर शीला आसोपा, जोन अध्यक्ष के. के. शर्मा, राजेश कर्नल, राजेंद्र धौलपुर, प्रताप राजपुरोहित सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद थे। प्रदेश महामंत्री दिनेश दवे ने कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत की । जबकि संगठन के अशोक टाइगर, दिनेश दवे, ललित दवे, किशोर राजपुरोहित ने आभार प्रकट किया । कार्यक्रम में ललित ठाकुर , मनीष ठाकुर, अनिल शर्मा अरविंद राजपुरोहित, दिलीप भट्ट, महेश भट्ट, मनीष व्यास, शांतिलाल दवे, पवन ओझा, बसंत ओझा, इंदु दवे, महिला ब्लॉक अध्यक्ष मीना शर्मा, घनश्याम व्यास, पोकरमल दाधीच, महिपालसिंह राजपुरोहित, नैनसिंह राजपुरोहित, अमित शर्मा, बनवारी शर्मा, गोपालसिंह राजपुरोहित सहित हजारों की संख्या में विप्र बंधु उपस्थित रहे।