जयपुर. प्रदेश में सियासी सरगर्मियां तेज हैं. कई तरह की अटकलों और कयासों का सिलसिला जारी है। इन सियासी सरगर्मियों के बीच पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने जयपुर का दौरा किया. आज सुबह पीसीसी में प्रदेश पदाधिकारियों और विधायकों की बैठक बुलाई गई. कई मंत्री, विधायक और प्रदेश पदाधिकारी इस बैठक में शामिल हुए. केवल मेल-मुलाकात के लिए बुलाई गई इस मीटिंग में पार्टी की नीति और कार्यक्रमों को लेकर चर्चा की गई. वहीं अब 28 और 29 जुलाई को अजय माकन फिर से जयपुर के दौरे पर आएंगे. इन दो दिनों में माकन विधायकों से वन-टू-वन चर्चा करेंगे.
माकन के मुताबिक जिलाध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियों को लेकर यह चर्चा होगी. हालांकि सियासी हलकों में इसे लेकर और भी कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. इसे मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर देखा जा रहा है. सभी विधायकों को इन दो दिनों में जयपुर में ही रहने के निर्देश दिए गए हैं. आज पीसीसी में हुई बैठक में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी शामिल हुए.
जल्द हल होंगे सियासी मसले
मीडिया से मुखातिब होते हुए माकन ने कहा कि मंत्रिमंडल और जिलाध्यक्ष जैसे मसलों को लेकर चर्चाएं जारी हैं. सबने एक स्वर में कहा है कि जो आलाकमान तय करेगा वह हमें मंजूर होगा. माकन ने कहा कि हम चीजों को तारीखों में बांधना नहीं चाहते हैं, लेकिन जल्द ही सभी मसले हल होंगे. वहीं केसी वेणुगोपाल हालांकि मीडिया से मुखातिब नहीं हुए लेकिन जाते-जाते उन्होंने एक लाइन बोली कि सब चीजें प्रक्रिया में चल रही हैं. और जल्द ही सब मसलों का निस्तारण होगा. प्रदेश के सियासी मसलों को लेकर दोनों नेताओं ने कल यानि शनिवार को मुख्यमंत्री निवास पर सीएम अशोक गहलोत से भी करीब ढाई घंटे मंत्रणा की.
बातचीत के दौरान मंत्रिमंडल विस्तार, राजनीतिक नियुक्तियों और संगठनात्मक नियुक्तियों को लेकर भी चर्चा हुई. सीएम गहलोत ने एक बार फिर से पूर्व की तरह मंत्रिमंडल को लेकर फैसला आलाकमान पर छोड़ा है और कहा है कि जो फैसला आलाकमान करेगा वो मंजूर होगा. वहीं सीएम गहलोत ने कहा है कि बोर्ड, निगमों में सियासी नियुक्तियां जल्द होनी चाहिए, लेकिन सभी की सहमति से फैसले किए जाने चाहिए. उधर मेनिफेस्टो कमेटी की मीटिंग भी इसी सप्ताह जयपुर में होना संभावित है.
डोटासरा का किया बचाव
अजय माकन ने मीडिया से मुखातिब होते हुए केन्द्र सरकार और भाजपा पर भी निशाना साधा. उन्होंने महंगाई और पेगासस जासूसी जैसे मसलों को लेकर केन्द्र पर हमला बोला. माकन ने कहा कि जब देश के लोग महंगाई से त्रस्त हैं तब देश के धन संसाधन जासूसी पर लुटाए जा रहे हैं. वहीं आरएएएस भर्ती मामले पर माकन ने डोटासरा का बचाव करते हुए कहा कि जब उनके पुत्र और पुत्रवधु ने अच्छे अंक हासिल किए थे तब प्रदेश में भाजपा का शासन था. माकन ने कहा कि चूंकि डोटासरा संघ और भाजपा के खिलाफ मुखर होकर बोल रहे हैं लिहाजा उन पर राजनीतिक हमले किए जा रहे हैं.