सऊदी अरब ने वादे के बावजूद पाकिस्तान में 20 अरब डॉलर का निवेश क्यों नहीं किया
इमरान ख़ान की कैबिनेट में मंत्री रहे और बोर्ड ऑफ़ इन्वेस्टमेंट (बीओआई) के एक पूर्व सदस्य हारून शरीफ़ ने कहा है सऊदी अरब ने वादा करने के बावजूद पाकिस्तान में 20 अरब डॉलर का निवेश शर्तें पूरी नहीं होने के कारण नहीं किया.
उन्होंने कहा कि सऊदी अरब ने निवेश के लिए एक शर्त रखी थी जो पूरी नहीं हो सकी.
हारून शरीफ़ ने इस्लामाबाद पॉलिसी रिसर्च इंस्टिट्यूट की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (एमबीएस) पाकिस्तान में 20 अरब डॉलर का निवेश करने के इच्छुक थे लेकिन इसके लिए उनकी शर्त थी कि इस निवेश को राजनेताओं और ब्यूरोक्रेसी से बचाना होगा.
हारून शरीफ़ ने अपने बयान को स्पष्ट करते हुए मंगलवार को एक निजी न्यूज़ चैनल से बात करते हुए कहा, ”सऊदी के क्राउन प्रिंस पाकिस्तान को अच्छी तरह से समझते हैं इसलिए उन्होंने कहा था कि इसको फास्ट ट्रैक करने के लिए ब्यूरोक्रेसी से निकालना होगा ताकि इसे ज़मीन पर उतारा जा सके. हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के निवेश के लिए मुल्क में व्यवस्था बनानी होगी. सऊदी अरब हमसे यही कह रहा था. हमने सऊदी के निवेश को पूरी तरह से मिस कर दिया है. अगर मिस ना किया होता तो ऐसी स्थिति नहीं होती.”
#BREAKING #Pakistan: Muhammad Bin Salman wanted to invest $20 billion in Pakistan with a condition that it would be insulated from the political and bureaucratic elite” – Sharif Haroon #GND22 @IPRI_Pak pic.twitter.com/yBEe7fbkJm
— Asian Strategic Times (@AST_HQ) June 20, 2022
हारून शरीफ़ ने कहा कि साल 2019 में एक बैठक के दौरान एमबीएस कहा था कि सऊदी सरकार पाकिस्तान में 20 अरब डॉलर के निवेश का वादा कर रही है लेकिन जब तक आप इसे राजनीति और ब्यूरोक्रेसी से बचाएंगे नहीं, ये निवेश नहीं हो पाएगा.