Deepotsav: 15 लाख 76 हजार दीपों से रोशन हुई अयोध्या ने बनाया विश्व रिकॉर्ड, तस्वीरों में देखें विहंगम नजारे
लखनऊ: अयोध्या में ऐतिहासिक दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी से यह अवसर यादगार बन गया है। यह पहला मौका है जब पीएम मोदी दीपोत्सव के कार्यक्रम में मौजूद रहे।
उन्होंने दीपोत्सव का शुभारंभ करने से पहले रामलला के दर्शन किए और राम मंदिर निर्माण की प्रगति की जानकारी ली। पीएम मोदी ने सरयू तट पर आरती उतारी और सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दी।
इसके बाद उन्होंने दीपोत्सव का शुभारंभ किया। 15 लाख दीपों के जलते ही राम की नगरी जगमगा उठी। पीएम मोदी ने कहा कि दीपोत्सव का यह भव्य आयोजन भारत के सांस्कृतिक जागरण का प्रतिबिंब है। सदियों बाद अयोध्या जगमगा रही है।
उन्होंने कहा कि भारत ने अतीत में एक से बढ़कर एक झंझावतों का सामना किया है और फिर उससे निकलकर एक गौरवशाली भविष्य का निर्माण किया है। यह सिर्फ इसलिए रहा है क्योंकि हमने दीप जलाना नहीं छोड़ा है। दीपक खुद जलकर अंधेरे को खत्म करता है। यह भारत के पराक्रम को दर्शाता है।
इस बार दीपोत्सव पर 15 लाख 76 हज़ार 995 दीप जलाए गए। जो कि एक रिकॉर्ड है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारियों ने इसका प्रमाण पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दिया।। आगे देखें तस्वीरें
दीपोत्सव के लिए बीते कई दिनों से अयोध्या को सजाया जा रहा है। नगर के 51 द्वारों को भव्य रूप दिया गया। हजारों की संख्या में लगकर वालंटियर्स ने दीप बिछाए। जिससे कुछ ही देर में अयोध्या जगमगा उठी।
अयोध्या की राम की पैड़ी का एक दृश्य। दीपों से सरयू का तट आलोकित हो उठा।
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए हजारों लोगों ने अथक परिश्रम किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार प्रगति की जानकारी लेते रहे।
अयोध्या के दीपोत्सव का एक विहंगम दृश्य।
दीपोत्सव के आयोजन को सफल बनाने में 200 शिक्षकों, 150 कर्मचारियों व करीब 100 से ज्यादा पुरातन छात्रों के अलावा 22 हजार वालंटियर्स ने लगातार परिश्रम किया।
लाखों की दियों की रोशनी से सरयू का तट जगमगा उठा।
भव्य दीपोत्सव अयोध्या की पहचान बन चुका है। हर साल के आयोजन में दियों की संख्या बढ़ाई जाती है।
सरयू तट पर लेजर शो का आयोजन किया गया।
दीपोत्सव से सजी अयोध्या ऐसी नजर आ रही थी कि जिसने भी देखा देखता ही रह गया।
अयोध्या का ये रूप सामने आने में कई सदियां लगीं।
सदियों के संताप के बाद अयोध्या आज जगमगा रही है।
विश्व रिकॉर्ड ने आयोजन को यादगार बना दिया है।
दीपोत्सव पर दीपों से राम मंदिर भी बनाया गया था।
दीपों से बनाया गया राम मंदिर का मॉडल।