‘मुझे कुत्ते से भी बदतर रखा गया’, ब्रिटिश नागरिक ने सुनाई रूसी जेल की खौफनाक दास्तां
जेल में मेरे साथ कुत्ते से भी बदतर व्यवहार किया गया. पीने के पानी के लिए गिड़गड़ाना पड़ता था. खाना ऐसा मिलता था कि गले से नीचे नहीं उतरता था. तीन सप्ताह तक तो पानी में रोटी मिलाकर खाना पड़ता था. मेरे साथ मारपीट की जाती थी. एक पतली चटाई पर सोने के लिए कहा जाता था… ये कहानी अमेरिका की सबसे खतरनाक जेल ग्वांतानामो बे की नहीं बल्कि रूस की एक जेल की है. यूक्रेन में रूसी सेना ने ब्रिटेन के एडेन असलिन को गिरफ्तार किया था. पांच महीने बाद जब उसको रिहा किया गया तो उसकी दास्तां ने हर किसी को झकझोर दिया है. अभी तक अमेरिका के ग्वांतानामो बे जेल की कहानियां सुनकर सिहरन दौड़ जाती थी मगर ये आपबीती को और भयंकर है.
एडेन असलिन आगे बताते हैं कि उन्हें हर सुबह रूसी राष्ट्रगान गाने के लिए कहा जाता था. अगर ऐसा नहीं करोगे तो जेल के लोग आपको प्रताड़ित करेंगे. यूक्रेन में रूसी समर्थित बलों ने कब्जा किए जाने के बाद महीनों तक हिरासत में रहने के बाद एडेन असलिन ब्रिटेन लौट आया. रविवार को द सन अखबार से बात करते हुए बताया कि उसकी पीठ पर चाकू से वार किया गया इसके बाद उससे पूछा गया कि क्या वो एक सुंदर और तुरंत मौत चाहता है. उसने बताया कि कैदियों को हर सुबह रूसी राष्ट्रगान गाना पड़ता है.और अगर आप इसे नहीं गाते हैं तो आपको इसके लिए दंडित किया जाएगा. आपको पीटा जाएगा.
पीठ में मारा गया चाकू
जेल से रिहा होने के बाद एक इंटरव्यू में कैदी ने कहा कि बंदी बनाए जाने के दौरान उसे चाकू मार दिया गया था. उसके टैटू के कारण पीटा गया था.असलिन सहित दस बंदियों को बुधवार शाम को रिहा कर दिया गया. इनमें से पांच ब्रिटिश नागरिक थे. नेवार्क नॉटिंघमशायर के असलिन को अप्रैल में दक्षिण-पूर्वी शहर मारियुपोल में लड़ते हुए पकड़ा गया था. असलिन ने बताया कि मुझे पता था कि इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि मेरी हत्या होने वाली है.
टैटू के कारण दी गईं प्रताड़नाएं
फिर एक रूसी ने उससे पूछा जो उसकी रखवाली कर रहा था. क्या आप तुरंत मौत या एक सुंदर मृत्यु चाहते हैं?असलिन को बताया गया था कि आप एक खूबसूरत मौत के लिए जा रहे हैं और मैं यह सुनिश्चित करने जा रहा हूं कि यह एक खूबसूरत मौत है. असलिन ने बताया कि यूक्रेन के त्रिशूल का टैटू बनवाने के कारण उसे बहुत पीटा गया.असलिन ने कहा कि उन्हें चार लोगों के साथ दो-सदस्यीय सेल में रखा गया था और उन्हें वहीं चटाई में सुलाया गया.
पीने के पानी के लिए मांगनी पड़ी भीख
असलिन के इस खुलासे के बाद दुनियाभर में तमाम सवाल उठने लगे हैं. उन्होंने बताया कि हम शौचालय नहीं जा सके क्योंकि हमारे पास शौचालय नहीं था. कैदियों को खाली बोतलों का इस्तेमाल करना पड़ता था. असलिन ने कहा कि वह रोटी और पानी के टुकड़े खाकर तीन सप्ताह तक जीवित रहे और आखिरकार हमें नल का पानी पीने के लिए भीख मांगनी पड़ी. असलिन ने आगे बताया कि सेल में एक खिड़की थी लेकिन इससे ठंड से कोई बचाव नहीं होता था. जब उनके पासपोर्ट की जांच की गई तो पूछा गया कहां से हो. जैसे ही मैंने द ग्रेट ब्रिटेन कहा मुझे सीधे नाक पर मुक्का मारा गया.