उदयपुर पर्यटन के भविष्य पर मंथन : समस्याओं पर ही नहीं, समाधान पर विशेष ज़ोर
उदयपुर । होटल जयसिंहगढ़ में उदयपुर पर्यटन को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन कि गई, जिसमें शहर के प्रख्यात होटल व्यवसायी, ट्रैवल एजेंट्स, गाइड्स, दुकानदार, बीसीआई टूरिज़्म के सदस्य, होटल एसोसिएशन उदयपुर, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन, एंटी करप्शन एंड क्राइम कंट्रोल कमेटी के प्रतिनिधि, टूरिज्म ग्रोथ एंड डेवलपमेंट ग्रुप से जुड़े सदस्य, मीडिया संपादक, सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी और भारतीय सेना के सेवा निवृत पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
बैठक में पिछले दो दशकों से शहर में बनी हुई प्रमुख समस्याओं पर चर्चा की गई, जिनमें कई प्रमुख जगहों पर खुले में कचरे के ढेर, आवारा पशुओं की भरमार – विशेषकर कुत्तों द्वारा काटे जाने की घटनाएँ, सड़कों पर घूमती गायें, श्वान और सूअर, तथा इनका कचरा खाने और कचरे के ढेर पर एकत्रित होने जैसी समस्याएँ प्रमुख रहीं। वक्ताओं ने इन मुद्दों के समाधान के लिए ठोस एवं रचनात्मक सुझाव प्रस्तुत किए।
महत्वपूर्ण बात यह रही कि पिछले कुछ महीनों से कई सदस्य इन समस्याओं के समाधान हेतु ज़मीनी स्तर पर तेज़ी और विवेकशीलता से कार्य कर रहे हैं। बैठक में इस प्रयास को और अधिक लक्ष्य-केन्द्रित व संगठित रूप से आगे बढ़ाने पर बल दिया गया।
बैठक की अध्यक्षता पर्यटन विशेषज्ञ एवं बीसीआई टूरिज़्म के अध्यक्ष यशवर्धन राणावत ने की, जबकि संचालन संगठन के अध्यक्ष राणावत और सचिव प्रद्युम्न सिंह चौहान द्वारा किया गया। बैठक में ब्रिगेडियर हर्षवर्धन सिंह, मेजर दुर्गादास, कर्नल अजीत सिंह, सी.पी. अग्रवाल, विकास गौड़, जयशंकर राय, अभिनव सिंह परिहार, ओमप्रकाश राठौड़, पदमावत मीडिया के प्रधान सम्पादक पवन जैन पदमावत, सुल्तान सिंह, संयम जैन, आदित्य सिंह, चिन्मय दीक्षित, हरिकृष्ण राठौड़, एडवोकेट जितेंद्र चित्तौड़ा, निखिल साहू, रमेश दोषी, प्रवीण मेहता, अखंडप्रताप सिंह सहित अनेक जागरूक नागरिक और सेवाभावी कार्यकर्ता उपस्थित रहे। गौरतलब है कि यह ग्रुप बहुत ही क्रियाशील और ऊर्जा से परीपूर्ण है, और शहर के कई महत्वपूर्ण कार्यों को सकारात्मकता से अंजाम दे चुका है।
सभी उपस्थितजनों में अपने शहर को साफ़, सुंदर, और हराभरा बनाने का जुनून स्पष्ट दिखाई दिया। यह बैठक न केवल शहर की समस्याओं की पहचान का एक प्रयास थी, बल्कि एक साझा संकल्प भी कि अब उदयपुर केवल “झीलों की नगरी” नहीं, बल्कि “स्वच्छता, सच्चाई और समर्पण” की मिसाल बनेगा।
उदयपुर पर्यटन के भविष्य पर मंथन : समस्याओं पर ही नहीं, समाधान पर विशेष ज़ोर
Published : May 18, 2025 12:48 AM IST
Updated : May 18, 2025 12:48 AM IST