गौमाता सेवा समिति सांचौर में गौमाता व पक्षियों के लिए पीने के पानी की किया व्यवस्था
सांचौर । नेहड़ क्षेत्र में भीषण गर्मी के मध्यनजर निराश्रित गौवंश के पीने के पानी की व्यवस्था हेतु गौमाता सेवा समिति की टीम ने सुदूर रणक्षेत्र में भौतिक सर्वे कर अमृत जल अभियान के तहत जल व्यवस्था प्रबन्ध की योजना बनाई। दुर्गम क्षेत्र धीगपुरा जोडादर, मंडाली, कुकड़िया, भवातडा, रिड़का, रणखार (आकोडिया), हाजीपुर, पीपराला, खेजडियाली, शिवगढ़, साकरिया, सुथडी आदि क्षेत्र में विचरण कर रहे निराश्रित गौवंश के पीने हेतु पानी उपलब्धता की ग्रामीणों से जानकारी जुटाई। तत्काल आवश्यता वाले क्षेत्र काला की ढाणी, रिड़का, कुकड़िया डेम, भगवानजी की ढाणी, रणखार, आंसू की ढाणी खेजड़ियाली, आदि में पानी टैंकर की सप्लाई प्रारम्भ की गई। उक्त क्षेत्र में रोजाना टेंकरो द्वारा जलापूर्ति की जायेगी। रणखार क्षेत्र में अभी से पानी की भारी कमी है। प्यास के मारे गौवंश, हिरण, रोज, एवम जंगली जानवर भटकते नजर आ जाते है। प्यास के मारे खारे पानी के दलदल में फंस कर काल का ग्रास बन रहे है। दलदल में फंसे मृत जीवो के कंकाल नजर आ जाते है। मई-जून की भीषण गर्मी में और में विकट परिस्थितिया बन सकती है। रणखार के दुर्गम क्षेत्र में समिति द्वारा 5 नये अवाड़े बनाने के स्थान चिन्हित किये। जहाँ पर भामाशाहो के सहयोग से जल भराव हेतु अवाडे बनाये जाएंगे। गौ माता सेवा समिति द्वारा पिछले 3 वर्षों से रणक्षेत्र के इन दुर्गम गांव में टैंकरों द्वारा जलापूर्ति की जा रही है गत वर्ष अमृतजल अभियान के तहत भामाशाहों के सहयोग से 1500 टैंकर पानी एवं 24 गाड़ी हरे चारे की व्यवस्था की गई थी।
गौ माता सेवा समिति द्वारा इस वर्ष भी मई-जून में इस अभियान को और अधिक गति के साथ अभावग्रस्त आवश्यकता वाले क्षेत्रों में जिला पूर्ति की जाएगी। साथ में गौ माता सेवा समिति के तत्वाधान में पक्षियों के पीने के पानी के परिंडे भी लगाए जा रहे हैं जिसका भी आज नेहड़ क्षेत्र में परिंडे लगाकर प्रारंभ किया गया इस महीने के अंत तक 200 परिंडे लगाने का लक्ष्य रखा गया। गौमाता सेवा समिति की टीम के सदस्य रमेश राजपुरोहित खेजड़ीयाली, गणपत दवे पतंजलि, जयकिशन बिश्नोई, श्रवणदास वैष्णव ने गाँवो का दौरा किया।