उदयपुर की सड़क सुरक्षा बैठक और चर्चा में महत्वपूर्ण सुझाव, पर्यटन सुविधाओं के विकास पर भी जोर
उदयपुर । जिला परिषद सभागार, कलेक्ट्रेट में गुरुवार को जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक और चर्चा जिला कलेक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें होटल एसोसिएशन उदयपुर के उपाध्यक्ष और एंटी करप्शन एंड क्राइम कंट्रोल कमेटी के बौद्धिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, पर्यटन विशेषज्ञ यशवर्धन राणावत द्वारा सुझाव प्रस्तुत किए गए। इस बैठक में जिला कलेक्टर नमित मेहता, एडीएम (प्रशासन) दीपेंद्र सिंह राठौड़, नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश, यूआईटी सचिव राहुल जैन, ट्राफिक उप अधीक्षक आशोक आँजना सहित उदयपुर के कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। यशवर्धन राणावत ने बैठक में बहुत से सुझाव दिए जिनमें प्रमुख थे; जगदीश चौक, गाड़िया देवरा से लेकर नया पुल क्षेत्र तक आम सड़क से स्थायी पार्किंग हटाना, बाइक रेंट शॉप्स के द्वारा आम सड़क पर की गई अव्यवस्थित पार्किंग को हटाना, सड़क पर सीमेंट अथवा अन्य मटीरियल की अंडरग्राउंड ट्रेंचेस स्थापित करना (केबल्स व पाइप्स हेतु) जिससे की सड़कें केबल हेतु बार-बार साल दर साल ना खोदी जायें, पर्यटन स्थलों के नज़दीक मोबाइल टॉयलेट स्थापित करना जहाँ जीपे, फ़ोन पे और पेटीएम के माध्यम से नाम मात्र पेमेंट कर यूज़ किया जा सके, पेंसिल डिवाइडर्स और भी जगह सड़कों पर लगवाना, झील की तरफ़ लगे लोहे के बोर्ड और अन्य होर्डिंग हटा कर उन्हें दूसरी तरफ़ लगवाना जहाँ से झील का व्यू बाधित नहीं हो, नाईट मार्केट और मुंबइया बाज़ार के लिए फ़तह सागर झील के किनारे बेहाल पड़े वर्तमान पार्कों का उपयोग करना, बेशकीमती बड़े सरकारी बंगलों को शहर की आधारभूत सुविधाओं हेतु काम में लेना और पेडेस्ट्रियानाइज़ेशन हेतु शहर के लालघाट क्षेत्र को मॉडल एरिया बनाना तत्पश्चात इस मॉडल को पुराने शहर के अन्य हिस्सों में लागू करना इत्यादि । इन सुझावों को जिला कलेक्टर द्वारा सराहा गया। देखना होगा की भविष्य में इनमें से कितने सुझावों पर धरातल पर कार्य होगा। बैठक में होटल एसोसिएशन अध्यक्ष सुदर्शन देव सिंह कारोही और वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश अग्रवाल भी थे।
