लोकजन सेवा संस्थान ने विचार गोष्ठी आयोजित कर मनाया दांडी कूच दिवस
दांडी कूच दिवस पर आश्रम भूमि वंदन गांधी विचारधारा की प्रासंगिगता का द्योतक – प्रो. विमल शर्मा
उदयपुर । लोकजन सेवा संस्थान ने मंगलवार को मीरा पार्क पंचवटी मे विचार गोष्ठी आयोजित कर दांडी कूच दिवस मनाया। 1930 में अपने 78 विश्वास पात्र अनुयायियों के साथ महात्मा गांधी ने नमक पर ब्रिटिश ऐकाधिकार के विरोध स्वरुप सावरमती आश्रम से दांडी (नवसारी) तक 390 किलो मीटर का कूच किया था। 6 अप्रेल 1930 को दांडी पहुंच कर समुद्र तट पर वाष्पीकरण से बने नमक का संग्रहण कर अंग्रेजो के नमक कानून को तोड़ा इसीलिये इसको “नमक सत्याग्रह” के नाम से भी जाना जाता है। इस आदोलन मे गांधी जी समेत करीब 60 हजार सत्याग्रहियों को बंदी बना जेल भेजा गया।
अपने उद्बोधन मे संस्थान के अध्यक्ष प्रो विमल शर्मा ने कहा कि कृतज्ञ राष्ट्र दांडी कूच दिवस के अवसर पर आज पुज्य बापू और सभी सत्याग्रहों को शत-शत नमन करते हुए महात्मा गांधी साबरमती आश्रम के 55 ऐकड़ श्रैत्र का ₹ 1200 करोड़ खर्च कर पुनः निर्माण के प्रोजेक्ट का शुभारंभ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के करकलों द्वारा किये जाना आज के युग मे गांधी की प्रासंगिकता को इंगित करता है । महासचिव जयकिशन चौबे, ऐडवोकेट मुरलीधर पालीवाल, नरेन्द्र उपाध्याय ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुऐ सत्याग्रहियों को नमन किया।