विश्व महिला दिवस: एक दिवसीय व्याख्यान
गीतांजलि इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज द्वारा आयोजित
उदयपुर | वैश्विक मंच पर महिलाओं के योगदान को बढ़ावा देने के लिए गीतांजलि इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया। इस अवसर पर छात्रों द्वारा श्रीमती सरोजिनी नायडू, कल्पना चावला और मैडम क्यूरी जैसी प्रतिष्ठित महिला हस्तियों को श्रद्धांजलि देते हुए महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
महिलाएं अब हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। चाहे घर हो या दफ्तर, महिलाओं को अक्सर पुरुषों की तुलना में सूक्ष्म प्रबंधन की अधिक जिम्मेदारियां सौंपी जाती हैं। दुनिया मानती है कि महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधिक लचीलापन और सहनशक्ति होती है। महिलाएं नव निर्माण की सृजनकर्ता हैं। आज की महिलाएं न सिर्फ घर संभालती हैं बल्कि देश और दुनिया की तरक्की में भी अहम योगदान देती हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थिति में सुधार के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उन्हें उनके अधिकारों के बारे में बताना था।
मुख्य अतिथि के रूप में उपभोक्ता सुरक्षा संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजश्री गांधी ने गिट्स के विद्यार्थियों एवं महिला शिक्षकों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करने एवं स्वयं को सशक्त बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. अंजलि धाबाई ने किया तथा संचालन छात्रा चार्वी बापना ने किया।
गिट्स ने हमेशा महिला सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित किया है। यह इसी मानसिकता का परिणाम है कि जीआईटीएस की दो महिला शिक्षकों का चयन राष्ट्रव्यापी महिला हैकथॉन के लिए किया गया है। परिणामस्वरूप, भारत सरकार उनके विचार को लागू करने के लिए 15 लाख रुपये का अनुदान प्रदान करेगी। श्रीमती अनुराधा माथुर के नेतृत्व में छात्रों, महिला कर्मचारियों और शिक्षकों सहित गिट्स परिवार के सदस्यों ने कार्यक्रम का आनंद लिया।
कार्यक्रम में महिला स्टाफ सदस्यों को भी सम्मानित किया है जिन्होंने संगठन में 10 साल से अधिक का कार्यकाल पूरा किया है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ नरेंद्र सिंह राठौर निदेशक ने डॉ. अंजलि एडी एस डब्ल्यू, डॉ. राधा प्रिंसिपल और डॉ. हर्षिता ने अहम् भूमिका निभाई ।