डॉ. मुनि पदमचंद्र महाराज का 58वां जन्म दिवस तप, त्याग के साथ मनाया
जोधपुर/मुदित पींचा । जयगच्छाधिपति जैनाचार्य पार्श्वचन्द्र महाराज साहेब के मुखारविन्द से मांगलिक श्रवण कर श्रद्वालुगण मंत्र मुग्ध हो गये। डॉ. मुनि पदमचंद्र महाराज साहेब ने अपने 58वें जन्म दिवस के उपलक्ष में प्रवचन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गुरुदेव आचार्य श्री पार्श्वचंद्र महाराज की पैनी नजर जिन्होंने आत्मा के भीतर की चेतना को जागृत किया एवं आगम के गूढ़ अर्थ को समझा कर ज्ञान ज्योति को प्रकाशित की। डा. मुनि श्री ने कहा कि गुरु वह होते हैं जो थौपते नहीं उपदेश देते हैं, समझाते हैं। अपने जीवन के मुख्य प्रसंगों पर प्रकाश डालते हुए डॉ. मुनि श्री ने गुरुदेव आचार्य भगवन का उपकार व्यक्त किया। प्रवचन की कड़ी में जैन समणी डॉ. सुयशनिधि ने डॉ. पदमचंद्र महाराज के सुरभित, सुविशाल, बहुआयामी व्यक्तित्व का परिचय दिया। डॉ. मुनि श्री के प्रवचन सरस-सहज-सरल भाषा में होते हैं। उनके प्रभावी आगमिक और प्रेरक उद्बोधन से जन – जन का आध्यात्मिक विकास हुआ है। युवा पीढ़ी में धर्म-दीप शिखा को प्रज्वलित कर समग्र जिनअनुयायीओं को दृढ़ता से धर्म के साथ जोड़ने का अथक प्रयास डॉ. मुनि श्री कक रहा है। समणीवृन्द नेभजन प्रस्तुत किया। जन्मोत्सव कार्यक्रम के दौरान निकिता मेहता, सरिता पारख, अंकिता कांकरिया ने गीत द्वारा जन्म दिवस की बधाई दी। सुमित्रा मुथा पीपाड़ सिटी के भजन द्वारा अपने भाव प्रस्तुत किए। जे. पी. पी. जैन महिला फाउंडेशन महिला बाग की महिलाओं ने जन्म गीत प्रस्तुत किया। संगीता कांकरिया, निर्मला कांकरिया, प्रीति आंचलिया ने भजन प्रस्तुत किया। शोभा आंचलिया ने गीत पर डॉ. मुनि पदमचंद्र महाराज के जीवन को दर्शाया। कार्यक्रम में अनेक दानदाताओं ने जीव दया हेतु अनाज की बोरी की घोषणा की। 58 वें जन्म दिवस के उपलक्ष में संपूर्ण भारत वर्ष एवं देश विदेशों में कुल 5800 एकासन का आयोजन रखा गया। भक्तगणों ने तप त्याग, जीव दया एवं मानव सेवा के कार्यों से गुरु के प्रति अपनी श्रद्धा को दर्शाया। इसी अवसर पर श्रीमती मानकंवर सोहनलाल सुराणा के सुपुत्र समाज रत्न स्व. लूणकरण स्व. मीठू देवी की स्मृति में पौत्र – आनंद कुमार संगीता देवी सुराणा एवं रिखबचंद रीना देवी सुराणा कुचेरा निवासी हालमुकाम दिल्ली द्वारा सुमंगल सेवा संस्थान श्री ओसवाल स्वर्ग आश्रम सुधारक समिती को एक एंबुलेंस भेंट दी। कार्यक्रम का संचालन चंदन भंडारी ने किया। दोपहर में 2 बजे से डॉ. मुनि श्री पदमचंद्र महाराज के जीवन पर आधारित प्रश्नमंच का आयोजन जोधपुर के समस्त जे. पी. पी. जैन महिला फाउंडेशन की शाखाओं के लिए रखा गया। सामूहिक एकासन का आयोजन श्री अ. भा. श्वे. स्था. जयमल जैन श्रावक संघ द्वारा संचालित भोजनशाला में रखा गया। एकासन के लाभार्थी महासती श्री इंदुप्रभा, महासती श्री वृद्धि प्रभा साध्वी के सांसारिक मातुश्री विमलादेवी मुथा – धर्मपत्नी स्व. चंपालाल मुथा परिवार, जोधपुर वाले रहे। प्रभावना के लाभार्थी जे. पी. पी. जैन महिला फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती सुशीला कांकरिया, सेवाभावी दानवीर भामाशाह महावीर कांकरिया रहे। उक्त जानकारी श्री अ. भा. श्वे. स्था. जयमल जैन श्रावक संघ के उपाध्यक्ष देवराज बोहरा ने दी।