नाइजीरियाई गैंग को अकाउंट किराए पर देने वाली महिला गिरफ्तार
नोएडा । अमेरिका की विंस्टर्न गोल्ड माइनिंग कॉर्पोरेशन कंपनी के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की गई। जिन खातों में ये पैसा ट्रांसफर किया गया वो दिल्ली में रहने वाली एक महिला ने किराए पर दिए। ये महिला नाइजीरिया गैंग को किराए पर बैंक खाते भी देती थी। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने महिला को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। महिला किराए के खाते के लिए 5 हजार रुपए वसूलती थी।
नोएडा साइबर क्राइम थाना प्रभारी ने बताया कि 13 अगस्त 2020 में नीति खंड इंदिरापुरम गाजियाबाद निवासी बद्रीनाथ सिंह ने धोखाधड़ी, षड्यंत्र रचने व आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि 17 मार्च 2020 को अमेरिका की विंस्टन गोल्ड माइनिंग कॉर्पोरेशन की परचेज मैनेजर सोनिया मा रिसन के नाम से एक महिला की फोन कॉल उनके पास आई। सोनिया ने उन्हें गोल्ड माइनिंग इंडस्ट्री से संबंधित व्यापार के लिए संपर्क किया। बद्रीनाथ का आरोप है कि सोनिया ने उनसे शिपिंग चार्ज, कंसल्टेंसी चार्ज, फाइनेंशियल इरेगुलेरिटी चार्ज व मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस क्लीयरेंस के नाम पर 60 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर पैसे खाते में ट्रांसफर करा लिए। जांच के दौरान तकनीकी व दस्तावेजी साक्ष्यों के आधार पर इस धोखाधड़ी में नाइजीरियन गिरोह प्रकाश में आया।
इस गिरोह को किराए पर अपना खाता उपलब्ध कराने वाली महिला सरगना प्रीति चंद्रा का भी पता चला। सूचना के आधार पर 24 साल की प्रीति चंद्रा को दिल्ली के मोलरबन्द एक्सटेंशन बदरपुर बार्डर नई दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी महिला ने बताया कि वह नाइजीरिया निवासी क्रिस्टी फर्मी को किराए पर अपना बैंक खाता उपलब्ध कराती है। क्रिस्टी समय-समय पर उससे मिलता-जुलता रहता है और एक बैंक खाता उपलब्ध कराने पर 15 हजार रुपए देता है। साइबर क्राइम थाना प्रभारी रीता यादव ने बताया कि पकड़ी गई प्रीति चंद्रा को क्रिस्टी द्वारा प्रतिमाह बैंक खाते के हिसाब से उसे 5 हजार रुपए अलग से दिए जाते हैं। पकड़ी गई महिला क्रिस्टी को अब तक करीब 110 बैंक खाते उपलब्ध करा चुकी है। –आईएएनएस