उदयपुर से 400 पदयात्री पहुंचे अडिंदा पार्श्वनाथ
अडिंदा ट्रस्ट द्वारा सभी पदयात्रियों का सम्मान कर प्रभावना में बांटे बैग , अडिंदा में शनिवार रात्रि को हुई भक्ति संध्या
उदयपुर।बीसा नरसिहपुरा दिगंबर जैन समाज नवयुवक मंडल के तत्वाधान में मंडी की नाल, उदयपुर और कानपुर से शनिवार प्रातः पदयात्रा प्रारंभ कर 400 से अधिक पदयात्री शनिवार रात्रि 8 बजे अतिशय क्षेत्र अडिंदा पार्श्वनाथ पहुंचे, जहां अडिंदा ट्रस्ट परिवार द्वारा सभी का पदयात्रियों का स्वागत किया गया। अडिंदा पार्श्वनाथ ट्रस्ट के तत्वाधान में भक्ति संध्या का आयोजन शनिवार रात्रि 8 बजे से हुआ । कार्यक्रम के प्रारंभ में दीप प्रज्वलन ट्रस्ट अध्यक्ष सुरेश हिसावत, कोषाध्यक्ष कमल सागोटिया, सचिव अनिल अखावत, उपाध्यक्ष प्रवीण संगावत और ट्रस्ट परिवार ने किया। मंगलाचरण कुंथूसागर महिला मंडल ने किया। संगीतकार सचिन चौगले महाराष्ट्र ने णमोकार मंत्र है प्यारा…ओ गुरु सा थारो चेलो बनु में… भर दे झोली मेरे गुरुवर….आदि भक्ति गीतों से समा बांध दिया भक्ति गीतों पर पदयात्रियों और महिला मंडल ने भक्ति नृत्य किया। भक्ति गीतों की प्रस्तुति से सारा वातावरण भगवान पार्श्वनाथ और आचार्य कुंथूसागरजी महाराज के जयकारों से गुंजायमान हो गया। अडिंदा पार्श्वनाथ ट्रस्ट द्वारा मुकेश सिपरिया, अनिल सिपरीया , विमल नाथूट, अनिल स्वर्णकार का सम्मान किया गया। रविवार प्रातः भगवान पार्श्वनाथ का पंचामृत अभिषेक ,पूजन और शांतिधारा हुई। भगवान पार्श्वनाथ की शांतिधारा रतन बाई मांगीलाल विनय कुमार राजेश कुमार नावड़िया परिवार ने की। अडिंदा ट्रस्ट द्वारा सभी पदयात्रियों को प्रभावना में बैग वितरण किए और सभी के लिए अल्पाहार, स्वामीवात्सल्य की व्यवस्था की गई। नवयुवक मंडल संरक्षक विमल नाथुट ने बताया कि 21 वर्ष से पदयात्रा का आयोजन चल रहा है। इस बार पदयात्रियों में युवाओं के साथ बुजुर्ग और छोटे बच्चो ने भी पदयात्रा की । पदयात्रियों के अलावा अहमदाबाद उदयपुर आदि कई स्थानों से सैकड़ों दर्शनार्थियों ने रविवार को अडिंदा पहुंचकर भगवान पार्श्वनाथ के दर्शन किए। सभी पदयात्रियों और कार्यकर्ताओं के लिए अल्पाहार , स्वामीवात्सल्य, आवास की व्यवस्था और प्रभावना बांटने के लिए नवयुवक मंडल द्वारा ट्रस्ट अध्यक्ष सुरेश हिंसावत सहित कार्यकारिणी का आभार व्यक्त किया गया। साथ ही आदिब्रम्हा आदिनाथ फाउंडेशन संस्था की पुस्तिका का विमोचन – सुरेश हिसावत ,श्रीपाल धर्मावत , सुमति लाल दुदावत, मुकेश सिपरीया , विमल नाथूट,अनिल स्वर्णकार, कमल सागोटिया ,अनिल अखावत ने किया।