भय से निवारण करने वाले होते है गुरु- मुनि डॉ.पदमचंद्र महाराज
केंद्रीय मंत्री शेखावत, नागौर सभापति बोथरा सहित अन्यों ने किए जैनाचार्य के दर्शन
जोधपुर/मुदित पींचा । जयगच्छाधिपति जैनाचार्य पार्श्वचन्द्र महाराज साहेब के मुखारविन्द से मांगलिक श्रवण कर श्रद्वालुगण मंत्र मुग्ध हो गये। चौरडिया भवन के परिसर में चल रहे ऐतिहासिक चातुर्मास में प्रवचन सभा को सम्बोधित करते हुए डॉ. मुनि श्री पदमचन्द्र महाराज साहेब ने कहा कि व्यक्ति को अपने चित्त का शुद्धिकरण करना चाहिए। जिससे वह निर्दोष बन सकता है। बिना निर्दोष बने भय से मुक्त नहीं हो सकता है। दोषी व्यक्ति अपने दोषों को पैदा करता है। जैसे हिंसा से, झूठ से, चोरी से आदि दोषों से भय उत्पन्न होता रहता है। वही अगर गुरु के समक्ष अपने दोषों की आलोचना करके उसका शुद्धिकरण कर लेता है तो वह निर्दोष हो जाता है, भय मुक्त हो जाता है। वस्तुतः गुरु भय का निवारण करने वाले हैं। जीव को सच्चे गुरु की खोज कर उनके समक्ष सरल बालक के समान निश्चल होकर पापों की आलोचना करनी चाहिए। जिसके फलस्वरूप जीव हल्का होकर साधना के पथ पर सुगमता पूर्वक गमन कर सकता है।
डॉ. मुनि श्री ने इस अवसर पर उद्बोधन देते हुए कहा कि अपने भीतर झांककर देखिए कि अंदर कितना प्रकाश है और कितना अंधकार है। उसके कारण को खोजिए।
महासती शारदाकंवर साध्वी ने कहा कि जो जिस स्थान में रहता है उसको वैसा माहौल पसंद आता है। गंदे स्थान में पैदा होने वाला गंदगी को ही पसंद करता है। सुवर को चाहे कितना भी पौष्टिक आहार दे दो परंतु वहां अपना मुंह भिष्टा में ही डालेगा। वीतराग वाणी का एक अक्षर सुनने से एवं उस पर श्रद्धा रखने से विकास की ओर बढ़ता जाएगा।
अनेक क्षेत्रों से आये दर्शनार्थी
इस अवसर पर राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश मा. मनोज गर्ग, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, सेवा भावी डॉ. किशन राठी, नागौर से सभापति श्रीमती मीतू बोथरा, पार्षद एडवोकेट नवरत्न बोथरा, पार्षद यतिराज धनावत, पार्षद विशाल शर्मा, पार्षद दीपक सैनी आदि उपस्थित थे। आप सभी का सम्मान श्री अ.भा.श्वे.स्था.जयमल जैन श्रावक संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवराज बोहरा, जे. पी. पी. जैन महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमति सुशीला कांकरिया, महावीर कांकरिया, रवि बोहरा ने किया। कार्यक्रम में नागौर से संजय पींचा सहित अन्य श्रावक-श्राविकाएं, बावड़ी, रायचूर, गिरी, सोजत, गंगावती, बैंगलोर, चेन्नई, फ़िरोजपुरा आदि अनेक क्षेत्रों से दर्शनार्थी बंधु मौजूद रहें। उक्त जानकारी श्री अ.भा.श्वे.स्था.जयमल जैन श्रावक संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवराज बोहरा ने दी।