लोकजन सेवा संस्थान का सेमल (काटन ट्री) के प्रति जागरूकता अभियान
उदयपुर । लोकजन सेवा संस्थान ने शुक्रवार को सेमल (काटन ट्री) के प्रति जागरूकता अभियान के तहत गंगु कुण्ड के निकट कार्यक्रम आयोजित कर आमजन को इस औषधीय पेड़ के गुणों के बारे मे बताने का निर्णय लिया। संस्थान के अध्यक्ष प्रो विमल शर्मा ने कहा कि कालांतर से सेमल का उपयोग होलिका बनाने मे होता आया है । विगत दशकों मे शहर के विकास व हर गलि, मोहल्ले, कालोनी, काम्प्लेक्स मे अपने स्वयं की होली जलाने के परिणामस्वरूप होलिका की मांग कई गुना बढ़ गई है । ऐसे मे आज यह जरुरी हो गया कि अन्य पेड़ों कि भांति इस औषधीय गुणों से भरपूर सेमल के पेड़ की जंगलों मे छंगाई वन विभाग के देखरेख मे ही हो ताकी इन पेड़ों का सही विकास व सरंक्षण होने के साथ होलिका के लिये सही लकड़ी भी उपलब्ध हो सके । यहां यह बताना आवश्यक है कि सेमल के पेड़ के मूल तने को सुरक्षित रखते हुए छंगाई करना उसके उचित विकास हेतु आवश्यक है। सभी को सेमल की ऐक होलिका दहन करने के अर्पण स्वरुप दस पौधे लगाने का संकल्प भी लेना होगा इनमे 5 फलदार / छायादार पेड़ सहित ऐक सेमल का पेड़ शामिल हो ताकि शहर हरा भरा बन सके । जागरूकता अभियान मे शामिल होते हुए विषय विशेषज्ञ डाॅ. जितेन्द्र सिंह राणावत ने बताया कि सेमल का पेड़ बहुत जल्दी बड़ा हो जाता है और प्रथम बर्ष ही देखभाल की आवश्यकता रहती है । तीसरे साल मे होलिका बनाने लायक बड़ी बड़ी टहनियाँ मिलने लग जाती है जिनकी छंगाई से मूल पेड़ अच्छा विकसित होता है । महासचिव जयकिशन चौबे ने कहा कि लोकजन सेवा संस्थान प्रयास कर सेमल की बीज ऐकत्रित कर पौध बना वितरित करने का दायित्व निभायेगा ताकि आने वाले वर्षों मे कालोनी मे उगा पेड़ होलिका के लिये उपयोग हेतु उपलब्ध रहेगा।
चन्द्र प्रकाश चित्तौड़ा ने हर्बल गुलाल के प्रयोग पर बल देते हुए सूखी होली खेलने का आग्रह किया।
धन्यवाद देते हुए ऐड. मुरलीधर पालीवाल ने कहा कि सेमल के प्रति भ्रांतियों को दूर करना हमारा परम कर्तव्य है व हमें पर्यावरण व उत्सवों मे सामंजस्य बनाये रखना होगा। जागरूकता अभियान मे हरीश तलरेजा, नरेन्द्र उपाध्याय, हाजी सरदार महोम्मद, सुनिल त्रिपाठी, नरेन्द्र सनाढ्य, उर्मिला त्रिपाठी, मालती शर्मा, ओम प्रकाश माली, दिलिप रावत, मनोहर लाल मुंदडा आदि उपस्थित थे।