अहमदाबाद / जितेंद्रकुमार संत संवाददाता :पत्रकार ने आमेर उपखण्ड अधिकारी प्रियव्रत सिंह चारण से कोरोना एडवाइजरी को लेकर किया था सवाल
जवाब देने की बजाय भड़क उठे उपखंड अधिकारी, चंदवाजी थाना अधिकारी को मुकदमा दर्ज करने के दे दिए निर्देश, पत्रकार को थमाया 107/116 का नोटिस
जयपुर / आमेर उपखण्ड क्षेत्र के अंतर्गत मानपुरा माचेड़ी में गत सोमवार 1 नवंबर को प्रशासन गांव के संग अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया गया था। शिविर के दौरान आमेर उपखंड अधिकारी प्रियव्रत सिंह चारण सहित कई विभागीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि बिना कोरोना एडवाइजरी का पालन किये शिविर में मौजूद थे। इसी को लेकर पत्रकार ने उपखंड अधिकारी प्रियव्रत सिंह चारण सिंह कोरोना एडवाइजरी का पालन न करने को लेकर सवाल पूछ लिया। जिस पर अधिकारी संतुष्टि पूर्ण जवाब देने के बजाय पत्रकार पर भड़क उठे। और ग्रामीणों को भ्रमित कर मानपुरा माचेड़ी में बंदर पकड़वाने के नाम पर राज कार्य में बाधा डालने का झूठा मामला बनाते हुए एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर करवा लिया, जबकि ज्ञापन पर तो कुछ और ही लिखा हुआ था। उपखंड अधिकारी ने पत्रकार की छवि धूमिल करने व पत्रकार की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की नियत से यह सब षड्यंत्र रचा। चंदवाजी थाना प्रभारी को एफ आई आर दर्ज करने के निर्देश दिए तथा पत्रकार को 107/116 का नोटिस थमा दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उक्त मामला सरासर झूठा है, उपखंड अधिकारी को दिए गए ज्ञापन में ग्रामीणों द्वारा किए गए हस्ताक्षर झूठे हैं। उक्त मामले को लेकर विराट बजरंग दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग सिंह तंवर के नेतृत्व में जयपुर जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा को निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। आदर्श पत्रकार वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र गोठवाल के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। एवं भगवा रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद ठाकुर के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया और उक्त मामले को लेकर सीसीटीवी फुटेज निकलवा कर निष्पक्ष जांच की मांग की। इस दौरान विराट बजरंग दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बजरंग सिंह तंवर, राष्ट्रीय प्रवक्ता त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष शोभा राजावत, आदर्श पत्रकार वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र गोठवाल, दूदू विधानसभा अध्यक्ष राकेश कुमार वर्मा, भगवा रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद ठाकुर सहित कई लोग मौजूद रहे। और जयपुर जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा को ज्ञापन सौंपकर उक्त मामले में निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की।