आचार्य वैराग्यनंदीजी महाराज ससंघ के सानिध्य में झाडोल मे चातुर्मास मंगल कलशो की हुई स्थापना
सलूंबर । झाड़ोल मे आचार्य वैराग्यनंदीजी महाराज ससंघ के सानिध्य में चातुर्मास के मंगल कलशो की स्थापना हुई। प्रवक्ता अनिल स्वर्णकार ने बताया कि चातुर्मास का प्रथम मुख्य कलश विजयचंद धुरावत ,द्वितीय मल्लीनाथ कलश शांतिलाल धुरावत, तृतीय पार्श्वनाथ कलश भगवती लाल पीलादरा ,चतुर्थ सम्मेदशिखर कलश बंशीलाल देवड़ा ,पंचम आचार्य पद्मनंदी कलश केशुलाल मालवी परिवार ने स्थापित किया। इस अवसर पर आचार्य श्री का पाद प्रक्षालन एवं जिनवाणी भेंट की गयी। बोली के माध्यम से कलश स्थापनकर्ता परिवारों का चयन होने के बाद भगवान मल्लिनाथ के जयकारों के शंखनाद से आचार्यश्री के मंत्रोचार के साथ शाम को चातुर्मास मंगल कलशो की स्थापना की गई । इस दौरान नवीन भोजनशाला का उद्घाटन भी किया गया। मीडिया के विभिन्न संसाधनों के माध्यम से घर बैठे लोगों ने भी कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा । आचार्य श्री वैराग्यनंदी महाराज ने संबोधन में कहा कि चातुर्मास आत्म कल्याण का शुभ अवसर है। बड़े पुण्य से संतों का सानिध्य मिलता है चातुर्मास में संत एक ही स्थान पर रहकर 4 माह तक तप साधना के माध्यम से आत्मकल्याण एवं अपने प्रवचनों के माध्यम से पर कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। जैन समाज की ओर से अतिथियों एवं कलश स्थापनकर्ता परिवारों का सम्मान किया गया।