राजस्थान के अलवर में दलित युवक योगेश जाटव की भीड़ द्वारा हत्या के मामले में अब राजनीति गर्मा गई है। इसको लेकर कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं। मामला इसलिए भी गरमा गया है क्योंकि दलित युवक को पीटने वाले लोग मुस्लिम थे
ये है पूरा मामलादरअसल अलवर जिले के बड़ौदा मेव थाना क्षेत्र के मीणाबास में 15 सितंबर को भरतपुर जाते वक्त योगेश जाटव की बाइक से एक बच्ची को हल्की सी टक्कर लग गई। उसने सफाई देते हुए बताया था कि बच्ची को बाइक से टक्कर नहीं लगी है बल्कि वह खुद गड्ढे में गिरी है इतने में ही वहां मौजूद मुस्लिम समुदाय के लोगों खासकर राशिद और उसके साथियों ने भीड़ समेत योगेश की जमकर पिटाई कर दी।
पिटाई में गंभीर रूप से घायल योगेश जाटव को देर रात जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया। लेकिन इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई।पुलिस पर मिलीभगत का आरोप
राकेश की बेरहमी से पिटाई कर मॉब लिंचिंग के बाद उसके परिजनों का गुस्सा फूटा और उन्होंने युवक के शव को अलवर भरतपुर मार्ग पर बड़ौदा मेव में सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बड़ौदा मेव थाने के ASI इलियास आरोपियों से मिलीभगत कर उन्हें बचाने में जुटा हुआ है। इसलिए उन्होंने एएसआई और बड़ौदा मेव थानाधिकारी को निलंबित करने की मांग की।बाद में पुलिस की ओर से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन देने पर 5 घंटे बाद परिवार वाले शव लेकर घर लौटे। युवक के परिजनों ने सरकार से 50 लाख का मुआवजा और मोगली के तहत कार्रवाई की मांग भी की।
संबित के सवाल
राजस्थान की कांग्रेस सरकार में दलित युवक की मौत नीचे ऊपर संबित पात्रा ने ट्वीट करते हुए सवाल पूछा कि क्या दलितों के जिंदगी महत्वपूर्ण नहीं है और आरोपी का नाम बताते हुए लिखा ” मारने वाला : राशीद जीवन खोने वाला ; दलित युवक योगेश जाटव।राज्य जहाँ “लिंचिंग” हुई : कांग्रेस शासित “राजस्थान”। नतीजा : सन्नाटा …सन्नाटा …सन्नाटा ।
सीएम गहलोत से सवाल
राजस्थान भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सवाल करते हुए कहा कि क्या अब जाति विशेष के लोगों पर सरकार मॉब लिंचिंग का मुकदमा दर्ज नहीं करेगी। उन्होंने मांग की कि इस मामले में मॉब लिंचिंग के तहत मुकदमा दर्ज होना चाहिए और परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए। बीजेपी यह सवाल कर रही है कि क्या अगर दलित की जगह मुस्लिम युवक होता तो कांग्रेस अभी तक कोई कार्रवाई नहीं करती।जुलाई 2019 में भी यहां ऐसी घटना हुई थी जिसमें हरीश जाटव नाम के युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी बाद में पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए उसके पिता ने भी जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। यहां पर सड़क दुर्घटना से आकर्षित हुई भीड़ में हरीश को जमकर पीटा था बाद में दिल्ली के अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी।