प्रभु और भक्त का संबंध बताती है भक्तमाल कथा-आचार्य प्रमोद दास
खेरवाड़ा/ब्यूरो हेड सतवीर सिंह पहाड़ा ,खेरवाड़ा उपखंड के आड़ीवली में शुरू हुई भक्त माल कथा
नयागांव पंचायत समिति के आड़ीवली में बालिका स्कूल परिसर में श्री भक्तमाल कथा शनिवार को सुबह नौ बजे वृंदावन धाम के आचार्य प्रमोद दास महाराज के वाचन से शुरू हुई। कथा में खेरवाड़ा उपखंड के आस पास गावों सहित भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। यह कथा 1 जनवरी 2022 तक सुबह 9:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक आयोजित होगी। अंतिम दिन हवन यज्ञ ओर महा प्रसाद वितरण होगा, उक्त कथा समस्त लबाना समाज के तत्वाधान में श्री भक्तमाल कथा का शुभारंभ हुआ। श्रीवृंदावन धाम के प्रमोद दास ने कहा कि भक्तमाल नाम से ही स्पष्ट है कि यह ग्रंथ भक्तों के परम पवित्र चरित्ररूपी पुष्पों की एक परम रमणीय माला के रूप में गुम्फित है। और इस सरस सौरभमयी तथा कभी भी म्लान होने वाली सुमनमालिका को परमात्मप्रभु श्री हरि नित्य निरंतर अपने श्रीकंठ में धारण किए रहते हैं। भक्तमाल में भक्तों का गुणगान है यशोगान है। भक्तों की सरस लालित्यमयी लीला का विस्तार है। भगवान और भक्त का कैसा संबंध होना चाहिए। इसका निदर्शन हमें भक्तमाल ग्रंथ के श्रवण, मनन और पठन से भलीभांति ज्ञात हो जाता है। भक्तमलाल के श्रवण मनन से शुष्क हृदय भी सरस हो जाता है। और सरस हृदय में सदा के लिए भक्ति की लहरें आंदोलित होती रहती हैं। यही कारण है कि श्रीमदभागवत तथा श्रीरामकथा के प्रवक्ता आचार्यगण भक्तमाल के भक्तों का दृष्टांत देकर भक्तिरसों को संपुष्ट करते हैं। कथा पांडाल में पूर्व जिला प्रमुख केवल चंद लबाना, प्यारचंद लबाना, प्रभु लबाना, पंचायत समिति सदस्य पन्ना लाल परमार मौजूद रहे , मीडिया बंधु ओर अतिथियों का साफा ओर माला पहनाकर स्वागत किया गया।