शादी के 7 साल बाद नहीं हुआ एक भी बच्चा, और अब हुए तो एक साथ पूरे 5
करौली: मासलपुर के पिपरानी गांव निवासी रेशमा शादी के 7 साल बाद पहली बार मां बनी हैं. रेशमा ने करौली के एक निजी चिकित्सालय में एक साथ 5 बच्चों को जन्म दिया है.
निजी हॉस्पिटल चिकित्सक डॉक्टर आशा मीणा ने बताया कि रेशमा ने दो बालक और 3 बालिकाओं को जन्म दिया है. 7 माह के बच्चों को जन्म दिया है. प्रसव के बाद मां की तबीयत ठीक है. हालांकि बच्चे कमजोर हैं. जिन्हें करौली के राजकीय हॉस्पिटल मातृ एवं शिशु इकाई स्थित एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया है.
एसएनसीयू इकाई प्रभारी डॉ महेंद्र मीणा ने बताया कि सभी बालक 300 ग्राम से 660 ग्राम तक वजन के हैं. इन्हें इंटेंसिव केयर की आवश्यकता होने के कारण जयपुर रेफर किया है.
रेशमा के जेठ गब्बरु ने बताया कि उनका छोटा भाई अश्कअली केरला में मार्बल फिटिंग का काम करता है. अश्क अली की करीब 7 वर्ष पूर्व रेशमा से शादी हुई थी लेकिन शादी के कई साल बीतने के बाद भी उन्हें बच्चा नहीं हुआ. जिसके कारण कई स्थानों पर दिखाया और उपचार कराया. अब अल्लाह ने उनकी सुनी है और एक साथ 5 बच्चों से झोली भर दी है. कम वजन के होने के कारण बच्चों को काफी केयर की आवश्यकता है.
डॉ महेंद्र मीणा ने बताया कि मातृ शिशु इकाई में 22 जुलाई को लोटन बाई पत्नी प्रदीप मीणा उम्र 22 साल निवासी चौधरी पुरा मंडरायल ने भी एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया था. जिनमें एक बालक और दो बालिकाएं हैं. लोटन बाई भी शादी के बाद पहली बार मां बनी है. मां और बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हैं. बच्चों को एहतियातन एसएनसीयू वार्ड में रखा गया है.