पुष्य नक्षत्र में महाष्टमी और तीन शुभ संयोग में मनेगी राम नवमी
ग्वालियर । बसंत नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि महत्वपूर्ण मानी जाती है। अष्टमी और नवमी पर कन्या पूजन, हवन और व्रत का पारण किया जाता है। कहा जाता है कि यदि कोई नवरात्रि के नौ दिन व्रत और पूजा नहीं कर पाए तो अष्टमी-नवमी इन दोनो दिनो मे पूजा करके पूरे नव रात्रि का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता।
वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने बताया कि चैत्र शुक्ल पक्ष नवरात्रि के आठवें दिन महा अष्टमी मनाई जाती है और मां महागौरी की पूजा होती है। इस बार चैत्र शुक्ल की अष्टमी तिथि 15 अप्रैल सोमवार को दोपहर 12:11 बजे से शुरू होगी और 16 अप्रैल मंगलवार को दोपहर 01:23 बजे पर समाप्त होगी। ऐसे में चैत्र नवरात्रि में महाष्टमी 16 अप्रैल मंगलवार को मनाई जाएगी इस दिन पूरे दिन रात पुष्य नक्षत्र का संयोग रहेगा जो मां के भक्तो को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होगा।
चैत्र शुक्ल की नवमी तिथि 16 अप्रैल मंगलवार को दोपहर 01:23 बजे से शुरू होकर 17 अप्रैल बुधवार को दोपहर 03:14 बजे तक रहेगी। ऐसे में नवरात्रि की महानवमी और श्री राम नवमी 17 अप्रैल बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन देवी की नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। साथ ही इसी दिन नवरात्रि व्रत का पारण भी किया जाता है। चैत्र नवरात्रि की महानवमी पर राम नवमी यानी प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव भी मनाया जाता है।
ज्योतिषाचार्य जैन ने कहा कि राम नवमी के दिन तीन विशेष दुर्लभ शुभ संयोग इसबार बन रहे हैं।
पहला कर्क लग्न – राम नवमी पर इस बार चंद्रमा कर्क राशि में मौजूद रहेंगे राम जी का जन्म भी कर्क लग्न में ही हुआ था।
दूसरा सूर्य उच्च राशि में सूर्य उच्च मेष राशि में जन्म के समय सूर्य दशम भाव में विराजमान होकर अपनी उच्च राशि मेष में थे, इस बार राम नवमी पर सूर्य अपनी उच्च राशि मेष मे होकर दोपहर के समय दशम भाव में मौजूद रहेंगे जो जन्म के समय थे।
तीसरा गजकेसरी योग – इस दिन गजकेसरी योग का भी प्रभाव रहेगा, जो श्रीराम की कुंडली में भी जन्म के समय था इस योग में जन्म होने पर व्यक्ति गज के समान शक्ति और धन दौलत प्राप्त करता है और राजा के समान होता है इस बार राम नवमी पर इन संयोंगो का एक साथ होना बेहद पुण्यफलदायी है ।
इसका लाभ राम नवमी के व्रत करने वाले हर राम भक्त को प्राप्त होगा।
श्री राम जी के पूजन का मुहूर्त – 17 अप्रैल बुधवार को श्री राम जी का पूजन 11:03 बजे से दोपहर 01:36 बजे तक रहेगा। इस में विशेष पूजन मध्यान्ह का समय 12:21 बजे पर रहेगा।