संगीत शिरोमणि संघवी राजेंद्रजी करनपुरिया को देशभर से जन्मदिन की शुभकामनाएं प्राप्त हुईं
प्रतापगढ़ । जिनशासन के प्रति अपनी अनूठी भक्ति और संगीत साधना के लिए विख्यात संघवी श्री राजेंद्रजी करनपुरिया को उनके जन्मदिन के अवसर पर देशभर से शुभकामनाओं के संदेश प्राप्त हुए। श्री करनपुरिया ने अपनी मधुर आवाज़ के माध्यम से जिनशासन की महिमा को नए आयाम दिए हैं, और उनके इस योगदान के लिए उन्हें व्यापक प्रशंसा और आशीर्वाद प्राप्त हुआ है।
जिनशासन की सेवा में उनका योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। उनके पुत्र दीपक करनपुरिया ने भी अपने पिता से प्रेरणा लेते हुए, अपनी भक्ति और संगीत से जिनशासन का गौरव बढ़ाया है। दीपकजी के सुरों में भी वही भक्ति और समर्पण की झलक है, जो उनके पिताश्री के आदर्शों से प्रकट होती है।
राजेंद्रजी के परिवार द्वारा प्रतापगढ़ से केसरियाजी तक के छ: री पलित संघ का आयोजन, जिनशासन के प्रति उनकी असीम श्रद्धा का प्रतीक है। इस अवसर पर कई गुरु भगवंतों ने भी श्री करनपुरिया और उनके परिवार पर आशीर्वाद बरसाए, उनके कार्यों की सराहना करते हुए उनके समर्पण को आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक बताया।
देश के विभिन्न हिस्सों से आए शुभकामना संदेशों में श्री करनपुरिया के संगीत के माध्यम से जिनशासन की सेवा को सराहा गया। समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों और भक्तों ने उनकी दीर्घायु और सफलता की मंगलकामनाएं कीं, और उनके उज्ज्वल भविष्य की प्रार्थना की।