तकनीकी युग में उपभोक्ता जागरूक एवं सतर्क रहे: डॉ गाँधी
विश्व उपभोक्ता दिवस पर विशेष
उदयपुर | उपभोक्ता सुरक्षा संगठन नयी दिल्ली द्वारा “विश्व उपभोक्ता दिवस” पर ऑन लाइन संगोष्ठी की गयी | संगोष्ठी की अद्यक्षता करते हुए डॉ राजश्री गाँधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, उपभोक्ता सुरक्षा संगठन ने अपने व्याख्यान में कहा की उपभोक्ताओं के अधिकारों की सुरक्षा एवं उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 के अंतर्गत व्यापार और उद्योग के शोषण से उन लोगों के अधिकारों और हितों को बचाने के लिए बनाया गया गया | इस अधिनियम के अनुसार कोई भी व्यक्ति, जो अपने प्रयोग हेतु वस्तुएं एवं सेवाएं का उपभोग करता है वह उपभोक्ता है। संगठन सदैव उपभोक्ताओं के अधिकारों की सुरक्षा के प्रति अडिग है एवं तकनीकी युग में उपभोक्ता को सदैव जागरूक एवं सतर्क रहना आवश्यक है |
हाल ही में नागरिकता (संशोधन) विधेयक, CAA 11 मार्च, 2024 देशभर में लागू हो गया है |
संगोष्ठी की मुख्य वक्ता डॉ भूमिका चौबीसा लीगल हेड ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के बारे में जानकारी देते हुए बताया की सामाजिक चुनौतियां ही विधि का निर्माण करती है जो कि CAA का भी आधार है |
जैसे “सरला मुद्गल बनाम भारत संघ” एवं “शायरा बानो बनाम भारत संघ”
UCC इस तरह के धोखाधड़ीपूर्ण धर्मांतरण और द्विविवाह की घटनाओं पर रोक लगाने हेतु वर्तमान की चुनौतियों पर समाधानात्मक आवश्यकता है।
संसद को शादी और तलाक़ को विनियमित करने के लिये समान कानून का निर्माण होना चाहिये, उसी का परिणाम आज हमें प्राप्त हुआ है, जिससे हर वर्ग, क्षेत्र, श्रेणी, सीमा, जाति, धर्म, संस्कृति आदि को लाभ होना उद्देशित है। इसके तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए गैर – मुस्लिमों को भारत की नागरिकता दी जाएगी | इनमें हिंदू, ईसाई, पारसी आदि धर्म के लोग शामिल हैं | यह कानून नागरिकों के समानता एवं समरसता के साथ विकास को नियमित करेगा।
शिरीष नाथ माथुर, राष्ट्रीय समन्वयक ने जानकारी देते हुए कहा की विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस सर्वप्रथम 15 मार्च 1983 को उपभोक्ता समूहों के लिए एक संघ, कंज्यूमर इंटरनेशनल द्वारा मनाया गया था। उपभोक्ता अधिकारों को बनाए रखने के लिए 1962 में अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी द्वारा अमेरिकी कांग्रेस में दिए गए ऐतिहासिक भाषण की याद में इस तारीख को चुना गया था। वही आधुनिक उपभोक्ता आंदोलन के राल्फ नादर उपभोक्ताओं की सुरक्षा की वकालत करने वाले सर्वप्रथम जनक रहे ।
संगोष्ठी में ओम प्रकाश गुप्ता प्रदेश अध्यक्ष, ऋषि सुखवाल जिला अध्यक्ष, सतीश भटनागर, प्रदीप रवानी प्रदेश प्रवक्ता, उदित चौबीसा, जिला प्रवक्ता, अमित पालीवाल, प्रवीण नाहर आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये | संगोष्ठी संयोजक अनुराधा माथुर ने सभी का आभार एवं धन्यवाद् दिया |