पारसनाथ मंदिर में शुक्रवार को होगा कल्याण मंदिर विधान
जगत कल्याण की भावना के लिए जैन साध्वी ने की श्रद्धालुओं से शामिल होने की अपील
अम्बाह/मध्य प्रदेश। श्री दिगंबर जैन पारसनाथ मंदिर परेड चौराहे में श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान की मूर्ति के समक्ष 29 मार्च को जैन साध्वी विश्रेय श्री माता जी के सानिध्य में विश्व शांति हेतु कालसर्प निवारण कल्याण मंदिर विधान का आयोजन शुक्रवार को प्रातः 7:00 बजे किया जाएगा आयोजन का महत्व बताते हुए जैन साध्वी विश्रेय श्री माता जी ने बताया कि भगवान की प्रतिमा पर अभिषेक व विश्व शांतिधारा उपरांत यह विधान होगा माताजी ने कहा कि यह कल्याण मंदिर विधान सर्व उपद्रव को नष्ट करने वाला व सर्व सिद्धि दायक विधान है।यह विधान सातिशय पुण्यवर्धक है। उन्होंने कहा कि इसमे हम भावना भाते है कि हमारा जीवन कल्याण का मंदिर बन जाए। हम भगवान की भक्ति करते समय एक ही भावना भाते है कि मेरा कल्याण हो,जग का कल्याण हो। आराधना करते -करते हमारा जीवन भी आराध्य बन जाएँ, उन्होंने कहा कि हम जीवन मे आराधना करे विराधना नहीं। उन्होंने कहा कि भव – भव में हमने विराधना की अब सम्यक आराधना हो जाएं ।दर्शन हो तो ऐसा की दृष्टि में बस जाएं, उन्होंने कहा कि सच्चा भक्त चमत्कार को नमस्कार नहीं करता, बल्कि नमस्कार में चमत्कार देखता है। जिसकी दृष्टि में प्रभु का वास हो, वह सम्यक दृष्टि होता है। माता जी ने कहा कि प्रभु के पास सम्यकदर्शन मिलता है, जिनवाणी के पास ज्ञान मिलता है व गुरुओं के पास सम्यक चारित्र मिलता है और तीनों एक साथ मिल जाएं तो रत्नत्रय का फूल खिलता है। उन्होंने सभी भक्तों से विधान में शामिल होने की अपील की।