किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने चुनाव का निर्णय लिया वापस – स्वामी चक्रपाणि जी महाराज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीण के सम्मान में सभी पार्टियों को अपने प्रत्याशी को आपस लेना चाहिए।
नई दिल्ली। अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने वाराणसी सीट से अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रत्याशी किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी को लड़ाने के निर्णय को वापस लेते हुए कहा कि यह माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सम्मान में एक कदम है कि उन्होंने कहा कि मुझे याद है जब कांग्रेस के प्रधानमंत्री पीवी नरसिंग राव दक्षिण भारत में चुनाव लोकसभा का लड़े थे उस समय उनके सम्मान में सभी पार्टियों ने अपने प्रत्याशीयो को वापस ले लिया था। जिसके परिणाम स्वरूप नरसिम्हा राव जी निर्विरोध चुने गए थे आपसी वैचारिक मतभेद के बाद भी इस तरह के निर्णय यह एक लोकतंत्र का सम्मान है इसलिए मेरा मानना है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जिनके रहते धारा 370 समाप्त हुई। श्री राम मंदिर बना तो यह हम सबका कर्तव्य है कि सभी राजनीतिक पार्टियों को वैचारिक मतभेद होते हुए भी अपने प्रत्याशी को वापस लेने चाहिए। स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा कि श्री राम मंदिर मामले में हम मुख्य पक्षकार थे लेकिन हमें राम मंदिर ट्रस्ट में नहीं रखा गया ना ही निमंत्रण दिया गया हमें बहुत अपार कष्ट हुआ। लेकिन उसके बावजूद भी जब बात व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सम्मान की आती है तो यह हम सब शिकायतें बहुत छोटी हो जाती है। हमारा कर्तव्य है कि छोटी-मोटी बातों को भूलकर बिना शर्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का साथ दे और समर्थन करें।