कुंभलगढ़ में बनेगा राजस्थान का पांचवां टाइगर रिजर्व ! NTCA ने बनाई एक्सपर्ट्स की कमेटी
उदयपुर. उदयपुर संभाग के कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य (Kumbhalgarh Wildlife Sanctuary) को टाइगर रिजर्व घोषित करने की संभावनाओं को तलाशने के लिए राष्ट्रीय व्याघ्र प्राधिकरण की ओर एक्सपर्ट्स की कमेटी गठित की गई है. भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के राष्ट्रीय व्याघ्र प्राधिकरण की वन उप महानिरीक्षक डॉ. सोनाली घोष ने आदेश जारी कर इस चार सदस्यीय यह एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया है. कमेटी बनने के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि उदयपुर संभाग को बड़ी सौगात मिल सकती है. कुंभलगढ़ में रावली टॉडगढ़ क्षेत्र का लंबा भूभाग है. वहां टाइगर आसानी से विचरण कर सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो यह प्रदेश पांचवां टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) होगा.
डॉ. सोनाली घोष की ओर से जारी पत्र के अनुसार लोकसभा सांसद दीयाकुमारी द्वारा भेजे गए अर्धशासकीय पत्र के संदर्भ में इस कमेटी का गठन किया गया है. इसमें रिटायर्ड आईएफएस आरएन मेहरोत्रा, रिटायर्ड आईएफएस एनके वासु और भारतीय वन्यजीव संस्थान में टाइगर सेल में कार्यरत वैज्ञानिक डॉ. कौशिक बनर्जी को सदस्य बनाया गया है. वहीं राष्ट्रीय व्याघ्र प्राधिकरण के क्षेत्रीय कार्यालय नागपुर के सहायक वन महानिरीक्षक हेमंत कामडी को समन्वयक सदस्य नियुक्त किया गया है.
कमेटी सभी बिन्दुओं की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी
यह कमेटी कुंभलगढ़ अभयारण्य में वर्तमान मानवीय बस्तियों की स्थिति, टाइगर के अनुकूल पर्यावास, बाउंड्री, लेंडस्केप कनेक्टिविटी और अतिक्रमण की स्थिति इत्यादि सभी बिंदुओं पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी. कुंभलगढ़ अभयारण्य को टाइगर रिजर्व घोषित करने की संभावनाओं को तलाशने के लिए एक्सपर्ट्स की समिति गठित करने के निर्णय पर उदयपुर के रिटायर्ड सीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) राहुल भटनागर ने खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि कि इससे कई वर्षों से इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और पर्यावरण प्रेमियों द्वारा उठाई जा रही मांग को बल मिलेगा.
70 के दशक में कुंभलगढ़ में टाइगर विचरण करते थे
70 के दशक में कुंभलगढ़ में टाइगर विचरण किया करते थे. इससे यह भी प्रमाणित होता है कि यह स्थान टाइगर्स के लिए उपयुक्त हो सकता है. दूसरा यहां पहले से सेंचुरी संचालित हो रही है. इसलिए नए सिरे से सेंचुरी बनाने की जरूरत नहीं है. टाइगर रिजर्व बनने से यह सेंचुरी पर्यटकों के लिये विशेष आकर्षण का केंद्र बनेगी. कुंभलगढ़ पिछले 10 बरसों से सेंचुरी में टाइगर रिजर्व बनाने की कवायद चल रही है. 10 साल पहले इसकी योजना बनी थी लेकिन अभी तक पूरी नहीं हो सकी है.